A
Hindi News भारत राजनीति मायावती का भाजपा पर भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की साजिश का आरोप

मायावती का भाजपा पर भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की साजिश का आरोप

लखनऊ: भाजपा पर भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की साजिश रचने का आरोप मढ़ते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज कहा कि केन्द्र में भाजपा और उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार बनने के बाद

भाजपा पर भारत को...- India TV Hindi भाजपा पर भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की साजिश का आरोप

लखनऊ: भाजपा पर भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की साजिश रचने का आरोप मढ़ते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज कहा कि केन्द्र में भाजपा और उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार बनने के बाद साम्प्रदायिक ताकतें मजबूत हुई है।

मायावती ने आज यहां बसपा के संस्थापक कांशीराम के नौवें निर्वाण दिवस के अवसर पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, दादरी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सफाई और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के बयान का कोई मतलब नहीं है। जब तक ऐसी साजिशों के खिलाफ सख्त कानून नहीं बनता तब तक कुछ नहीं होगा।

उन्होंने कहा कि जिस ढंग से भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की व्यूहरचना की जा रही है उससे दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछडे़ वर्ग के लोगों के हित सुरक्षित नहीं रहेंगे। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि सपा और भाजपा की मिलीभगत से उत्तर प्रदेश और देश में साम्प्रदायिक ताकतें मजबूत हुईं और जहां एक तरफ जान माल का काफी नुकसान हुआ है वहीं दूसरी तरफ आपसी सद्भाव को भी धक्का पहुंचा है।

मायावती ने कहा कि देश मेें उत्पन्न होती जा रही विचित्र स्थिति के चलते हताशा और निराशा में जहां एक तरफ कई मशहूर लेखकों की हत्याएं हो गयीं, इससे दुखी होकर कई ख्याति प्राप्त लेखकों ने साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटा दिये तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तानी गजल गायक का मुंबई में कार्यक्रम प्रतिबंधित करने से देश के सम्मान को भी ठेस पहुंची जो चिंता का विषय है।

उन्होंने स्पष्ट आरोप लगाया कि देश और प्रदेश में बढ़ती जा रही साम्प्रदायिकता के लिए सपा और भाजपा दोनों पूरी तरह जिम्मेदार हैं। सपा के शासनकाल में गुण्डों, माफियाओं और अपराधी तत्वों का आतंक है वहीं सपा और भाजपा दोनों मिलकर राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए साम्प्रदायिकता की आड़ में घिनौनी राजनीति कर रहे हैं और आये दिन साम्प्रदायिकता फैला रहे हैं जिससे सामाजिक ताना बाना कमजोर हो रहा है।

मायावती ने समाजवादी पार्टी पर साम्प्रादियकता से जुड़ी घटनाओं को लेकर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर दंगों की रिपोर्ट आ गयी है लेकिन दंगों में शामिल सपा और भाजपा नेताओं को बचाने की कोशिश में प्रदेश सरकार रिपोर्ट पर अमल नहीं कर रही है। दादरी कांड के मुख्य आरोपियों पर भी सख्त कानूनी शिकंजा नहीं कसा गया।

उन्होंने यह भी कहा कि आजम खां को आगे कर बयान दिलाने या संयुक्त राष्ट्र में चिट्ठी लिखने से कुछ काम नहीं चलने वाला है। साम्प्रदायिकता के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी होगी। दोहरे मापदंडों से साम्प्रदायिकता से नहीं लड़ा जा सकता है।

मायावती ने कहा कि बिहार में दादरी मुद्दे की आड में धार्मिक भावनाएं भड़का कर चुनावी लाभ लेने की कोशिश हो रही है तथा हिन्दू और मुस्लिम वोटों का धु्रवीकरण हो रहा है। भाजपा भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहती है। दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछडे़ वर्ग के लोगों के हित हिन्दू राष्ट्र बनने की स्थिति में सुरक्षित नहीं रहेंगे। हिन्दू धर्म में चार वर्ण होते हैं जिसमें शूद्र केवल गुलामी करता था, दलित और पिछडे शूद्र कहलाते थे। हिन्दू राष्ट्र बना तो यह फिर से गुलाम बना दिये जायेंगे।

मायावती ने आरोप लगाया कि दंगा पीडि़तों को मुआवजा देने में भी पक्षपात होता है। सपा सरकार यादव समाज को तो तुरन्त उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी दे देती है लेकिन दलित , मुस्लिम , अन्य पिछडे़ वर्ग तथा उंची जाति के लोगों को कुछ नहीं देती है। दादरी में मुसलमान के मारे जाने पर भी मुआवजा तब दिया गया जब पानी सिर के उपर चला गया और देश का मीडिया तथा विभिन्न दलों के नेता घटनास्थल पर पहंुचे।

मायावती ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि वह राजनीतिक स्वार्थ के लिए किस्म किस्म के हथकंडे अपना रही है। उत्तर प्रदेश में भाजपा ने एमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को सक्रिय किया तथा बिहार में उनका इस्तेमाल कर रही है और उत्तर प्रदेश में वह पीस पार्टी का इस्तेमाल भी कर सकती है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में सपा अथवा भाजपा में से किसी की भी सरकार बनी तो प्रदेश में हिन्दू और मुसलमान के बीच दंगे होंगे और प्रदेश का विकास ठप्प हो जायेगा।

उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत पर भी निशाना साधते हुए कहा कि शिक्षा , सरकारी नौकरी राजनीति आदि में दलितों , पिछड़ों का आरक्षण खत्म करने की साजिश हो रही है। आरक्षण की समीक्षा का हथकंडा अपना कर केन्द्र की भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार संघ के इशारे पर इसे खत्म करने की कोशिश में लगी है। संघ प्रमुख की टिप्पणी पर प्रधानमंत्री की चुप्पी इसका सबूत है।

मायावती ने चेतावनी दी कि यदि आरक्षण समाप्त करने की कोशिश की गयी तो बसपा पूरे देश में आंदोलन छेडे़गी।

केन्द्र की भाजपा सरकार से सावधान रहने की जरूरत पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में आये दिन कट्टरपंथी और साम्प्रदायिक ताकतें मजबूत हो रही हैं तथा भाजपा नेता और मंत्री खुलेआम संविधान की धज्जियां उड़ा रहे है लेकिन प्रधानमंत्री ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

Latest India News