A
Hindi News भारत उत्तर प्रदेश अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने फ्रांस में बने सामान के बहिष्कार का ऐलान किया, मैक्रों विरोधी नारे लगे

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने फ्रांस में बने सामान के बहिष्कार का ऐलान किया, मैक्रों विरोधी नारे लगे

पैगंबर मोहम्मद साहब के कथित कार्टून को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के रुख से नाराज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के छात्रों ने फ्रांस में निर्मित सभी उत्पादों के बहिष्कार का ऐलान किया है।

Prophet Muhammad, Prophet Muhammad Cartoon, Muhammad Cartoon, AMU students Cartoon- India TV Hindi Image Source : FACEBOOK.COM/FARHAN.ZUBERI.94 AMU के छात्रों ने फ्रांस में निर्मित सभी उत्पादों के बहिष्कार का ऐलान किया है।

अलीगढ़: पैगंबर मोहम्मद साहब के कथित कार्टून को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के रुख से नाराज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के छात्रों ने फ्रांस में निर्मित सभी उत्पादों के बहिष्कार का ऐलान किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, AMU के छात्रों ने गुरुवार को परिसर में प्रदर्शन और नारेबाजी की। बताया जा रहा है कि छात्रों ने इस दौरान 'मैक्रों तेरी कब्र खुदेगी AMU की धरती पर' और 'फ्रांस के उत्पादों का बहिष्कार करो, बहिष्कार करो, बहिष्कार करो' जैसे नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के पोस्टर भी जलाए।

‘पैगंबर का ऐसा अपमान कतई बर्दाश्त नहीं’
बता दें कि कोरोना वायरस की महामारी के चलते अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी अभी बंद चल रही है, लेकिन इसके बावजूद इस शहर में रहने वाले बड़ी संख्या में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। इस दौरान छात्र नेता फरहान जुबेरी ने प्रदर्शनकारी छात्रों से कहा कि पैगंबर मोहम्मद साहब के कथित कार्टूनों के जरिए पूरी दुनियाभर के मुसलमानों को भड़काने की कोशिश 9 साल से चली आ रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म को मानने वाला व्यक्ति अपने पैगंबर का ऐसा अपमान कतई बर्दाश्त नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में फ्रांस में बने सामान का बहिष्कार हो रहा है।

‘हम फ्रांस में बने सामान का बहिष्कार करेंगे’
फरहान ने कहा, ‘हम सभी फ्रांस निर्मित उत्पादों का बहिष्कार करेंगे और अपने प्रदर्शन को और तेज करेंगे क्योंकि ऐसे मुद्दे पर अपना गुस्सा और नाराजगी जाहिर करने का यह सबसे बेहतर रास्ता है।’ छात्र नेता ने कहा कि बीते कुछ दिनों में हुए बहिष्कार के कारण पहले ही फ्रांस को अरबों डॉलर का नुकसान हो चुका है। उन्होंने कहा कि हम जब फ्रांस के उत्पादों का मिलकर बहिष्कार करेंगे तो उसे पता चल जाएगा कि सामूहिक ताकत क्या होती है। बता दें कि फ्रांस के कॉस्मेटिक प्रॉडक्ट्स पूरी दुनिया में मशहूर हैं, और इस तरह के विरोध के कारण उसे थोड़ा-बहुत नुकसान झेलना पड़ सकता है।

Latest Uttar Pradesh News