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Hindi News भारत उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले बसपा को बड़ा झटका, विधानमंडल दल के नेता शाह आलम ने पद और विधानसभा से त्यागपत्र दिया

चुनाव से पहले बसपा को बड़ा झटका, विधानमंडल दल के नेता शाह आलम ने पद और विधानसभा से त्यागपत्र दिया

आलम ने बताया, ''मैंने बसपा विधानमंडल दल और विधायकी से इस्तीफा दे दिया है क्योंकि हमारी पार्टी की नेता मायावती और मेरे बीच विश्वास की कमी हो गयी थी। जब हमारी नेता को ही हम पर विश्वास नहीं रहा तो फिर हम पार्टी में रह कर क्या करेंगे।''

चुनाव से पहले बसपा को बड़ा झटका, विधानमंडल दल के नेता शाह आलम ने पद और विधानसभा से त्यागपत्र दिया- India TV Hindi Image Source : PTI FILE PHOTO चुनाव से पहले बसपा को बड़ा झटका, विधानमंडल दल के नेता शाह आलम ने पद और विधानसभा से त्यागपत्र दिया

Highlights

  • यूपी में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बसपा को लगातार लग रहे हैं झटके
  • शाह आलम ने पार्टी की मुखिया मायावती को अपना इस्तीफा सौंपा
  • आजमगढ़ के मुबारकपुर से विधायक शाह आलम को मायावती ने इसी साल जून में विधानमंडल दल का नेता बनाया था

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधान मंडल दल के नेता और आजमगढ़ की मुबारकपुर विधानसभा सीट से विधायक शाह आलम उर्फ गुडडू जमाली ने अपने पद और सदन से इस्तीफा दे दिया है। अगले साल के विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले आलम का यह इस्तीफा बसपा के लिये एक बड़ा झटका माना जा रहा हैं। आलम ने इस संबंध में पार्टी प्रमुख मायावती को एक पत्र भी लिखा है। गौरतलब है कि, आजमगढ़ के मुबारकपुर से विधायक शाह आलम को मायावती ने इसी साल जून में विधानमंडल दल का नेता बनाया था

आलम ने बताया, ''मैंने बसपा विधानमंडल दल और विधायकी से इस्तीफा दे दिया है क्योंकि हमारी पार्टी की नेता मायावती और मेरे बीच विश्वास की कमी हो गयी थी। जब हमारी नेता को ही हम पर विश्वास नहीं रहा तो फिर हम पार्टी में रह कर क्या करेंगे।'' उनसे जब पूछा गया कि अब वह किस पार्टी में जा रहे हैं तो आलम ने कहा कि ''मैं मानसिक रूप से बहुत परेशान हूं और मेरा अभी किसी पार्टी में जाने का कोई इरादा नहीं है। मैं अभी कुछ दिन आराम करूंगा।'' 

मायावती को लिखे पत्र में शाह आलम ने कहा है, ''आपने मेरे ऊपर विश्वास जताते हुये 2012 और 2017 में दो बार विधायक का टिकट मुबारकपुर से दिया और मैं चुनाव भी जीता । सन 2012 से लेकर अब तक मैं पार्टी का वफादार भी रहा और आपके द्वारा दी गयी हर जिम्मेदारी मैंने निभायी। लेकिन 21 नवंबर को हुई आपके साथ बैठक के बाद मैंने महसूस किया कि आप पार्टी के प्रति मेरी निष्ठा और इमानदारी के बावजूद संतुष्ट नहीं है तो ऐसी सूरत में मैं पार्टी के विधानमंडल दल के नेता और विधायकी दोनो से त्यागपत्र देता हूं।''

शाह आलम ने मायावती से इस्तीफा स्वीकार करने का अनुरोध किया है। इससे पहले इसी वर्ष बसपा विधानमंडल के नेता लाल जी वर्मा को मायावती ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के आरोप में बसपा से निकाल दिया था। बता दें कि, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निष्कासित के 6 विधायकों ने हाल ही में समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया था। 

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