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Hindi News भारत उत्तर प्रदेश कानपुर शूटआउट में बड़ी सफलता, विकास दुबे का साथी एन्काउंटर के बाद गिरफ्तार

कानपुर शूटआउट में बड़ी सफलता, विकास दुबे का साथी एन्काउंटर के बाद गिरफ्तार

कानपुर में गुरुवार रात हुए पुलिस बल पर हुए हमले के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस एक्शन में है।

<p>Kanpur Shootout file photo</p>- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Kanpur Shootout file photo

कानपुर में गुरुवार रात हुए पुलिस बल पर हुए हमले के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस एक्शन में है। कानपुर के बिकरु गांव में पुलिस पर हमला करने वाले एक बदमाश को पुलिस ने एन्काउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है। इस बदमाश का नाम दया शंकर अग्निहोत्री है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कानपुर के कल्याणपुर इलाके में पुलिस और बदमाशों के बीच रविवार तड़के मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में पुलिस की गोली से ये बदमाश घायल हो गया। बदमाश के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने बदमाश को कब्जे में ले लिया है। 

इससे पहले कल उत्‍तर प्रदेश पुलिस ने कानपुर जिले के चौबेपुर पुलिस थाने के दरोगा (स्‍टेशन ऑफ‍िसर) विनय तिवारी को सेवा से तत्‍काल बर्खास्‍त कर दिया। दरोगा पर आरोप है कि गैंगस्‍टर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम की जानकारी उन्‍होंने अपराधियों को दी, जिससे मुठभेड़ में 8 पुलिस कर्मचारियों की मौत हो गई। कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि चौबेपुर थाना के दरोगा पर लगे आरोपों के मद्देनजर उन्‍हें बर्खास्‍त किया गया है और सभी आरोपों की गहनता से जांच की जा रही है।

अग्रवाल ने कहा कि यदि उनकी संलिप्‍तता पाई जाती है या अन्‍य कोई पुलिस कर्मी द्वारा अपराधियों की मदद करने का पता चलता है तो उन्‍हें विभाग से बर्खास्‍त किया जाएगा और जेल भेजा जाएगा। हालांकि उन्‍होंने चौबेपुर के दरोगा विनय तिवारी पर लगे आरोपों का खुलासा नहीं किया।  

विकास दुबे की तलाश में दूसरे प्रदेशों में भी छापेमारी

कुख्यात अपराधी विकास को पकड़ने के लिए पुलिस की 25 से अधिक टीम उत्तर प्रदेश और अन्य प्रदेशों में लगातार छापेमारी कर रही हैं लेकिन घटना के करीब 36 घंटे बाद भी वह पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक कुछ पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि यह जाना जा सके कि दुबे को उसके घर पर पुलिस की छापेमारी के बारे में पहले से खबर कैसे लगी जिससे उसने पूरी तैयारी के साथ पुलिस दल पर हमला किया।

कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने बताया कि विकास दुबे और उसके सहयोगियों को पकड़ने के लिए पुलिस की 25 टीमें लगाई गई हैं, जो प्रदेश के विभिन्न जिलों के अलावा कुछ दूसरे प्रदेशों में भी छापेमारी कर रही हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सर्विलांस टीम लगभग 500 मोबाइल फोन की छानबीन कर रही है और उससे विकास दुबे के बारे में सुराग लगाने का प्रयास कर रही है। इसके अलावा उप्र एसटीएफ की टीमें भी अपने काम में लगी हैं। आईजी ने विकास दुबे के बारे में सही जानकारी देने वाले को पचास हजार रुपए का इनाम भी देने की घोषणा की है और जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखने की बात कही है।

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