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कश्मीर में ठंड ने ध्वस्त कर दिए सारे रिकॉर्ड, कहीं -17°C तो कहीं -15°C तक पहुंचा पारा

जम्मू-कश्मीर में 3 दिन पहले ही भयंकर सर्दी वाले 40 दिन यानी कि 'चिल्लई कलां' बीत चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद भी कश्मीर में ठंड ने सारे रिकॉर्ड तोडॉ़ दिए हैं। आलम ये है कि कोकेरनाग के लारनू में -17.7°C तक पारा लुढ़क गया।

Kashmir temperature- India TV Hindi Image Source : PTI कश्मीर के लारनू में -17.7°C तक पारा लुढ़का

कश्मीर में इन दिनों ऐसी प्रचंड ठंड पड़ रही है कि सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं। दक्षिण कश्मीर और जम्मू क्षेत्र के कुछ हिस्सों और सोनमर्ग में अत्यधिक शीत लहर के कारण रिकॉर्ड टूट गया। जानकारी मिली है कि कोकेरनाग में लारनू में -17.7°C पर सबसे कम तापमान रिकॉर्ड हुआ तो वहीं उसके बाद सोनमर्ग में भी -15.1°C तक पारा लुढ़क गया। बता दें कि जम्मू कश्मीर में पिछले कई दिनों से जारी हिमपात से सामान्य जनजीवन बाधित रहा और ठंड लगातार बढ़ती जा रही है।

आज का न्यूनतम तापमान-

कश्मीर क्षेत्र:

  • श्रीनगर = -0.3°C
  • काजीगुंड = -9.4°C
  • पहलगाम = -11.9°C
  • कुपवाड़ा = -4.4°C
  • कोकेरनाग = -9.4°C
  • गुलमर्ग = -12.0°C
  • सोनमर्ग = -15.1°C
  • अनंतनाग = -8.5°C
  • गांदरबल = -3.1°C
  • पुलवामा = -2.8°C
  • बांदीपोरा = -2.3°C
  • बारामूला = -1.5°C
  • बडगाम = -2.0°C
  • कुलगाम = -9.3°C
  • शोपियां = -10.7°C
  • लारनू = -17.7°C

लद्दाख:

  • लेह = -9.4°C
  • कारगिल = -11.5°C

मौसम विभाग ने हिमस्खलन की दी चेतावनी

मौसम विभाग के अधिकारियों ने कल बताया था कि जम्मू कश्मीर में श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर जोजिला अक्ष रेखा समेत ऊपरी इलाकों में फिर बर्फबारी हुई जबकि मैदानी हिस्सों में बारिश हुई। स्थानीय मौसम कार्यालय ने जम्मू कश्मीर के 6 जिलों पुंछ, बारामूला, बांदीपुरा, कुपवाड़ा, डोडा और गांदरबल के लिए हिमस्खलन की चेतावनी भी जारी की है। 

'चिल्लई कलां' खत्म होने के बाद प्रचंड हो रही ठंड

हालांकि गौर करने वाली बात ये भी है कि जम्मू कश्मीर में भीषण ठंड की 40 दिन की अवधि 'चिल्लई कलां' 3 दिन पहले ही खत्म हो गई। बावजूद इसके भी ठंड के सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं। बता दें कि 'चिल्लई कलां' की अवधि में कश्मीर के मैदानी इलाकों में कोई बर्फबारी नहीं हुई और घाटी के ऊपरी क्षेत्रों में सामान्य से कम बारिश हुई थी। लेकिन 40 दिनों की इस कठोर सर्दी वाली अवधि के आखिरी दिनों में घाटी के ऊपरी इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी हुई थी और अब'चिल्लई कलां'के बाद ठंड ने प्रचंड रूप ले लिया है। 

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