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Hindi News मध्य-प्रदेश कार्यकर्ता सलमान की मौत के बाद बिना इजाजत दे रहे थे धरना, दिग्विजय सिंह समेत कई कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज

कार्यकर्ता सलमान की मौत के बाद बिना इजाजत दे रहे थे धरना, दिग्विजय सिंह समेत कई कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज

17 नवंबर को कांग्रेस कार्यकर्ता सलमान खान की मौत के बाद दिग्विजय सिंह और अन्य नेताओं द्वारा धरना दिए जाने के मामले में पुलिस ने आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन के लिए मामला दर्ज किया है।

Digvijaya Singh, Digvijaya Singh Salman Khan, Digvijaya Singh News- India TV Hindi Image Source : FACEBOOK.COM/DIGVIJAYASINGHOFFICIAL कांग्रेस के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ दिग्विजय सिंह।

छतरपुर: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, पार्टी विधायक विक्रम सिंह नाती राजा और अन्य पर मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक कार्यकर्ता सलमान खान की मौत के मामले में बिना इजाजत धरना देने पर केस दर्ज किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन नेताओं के खिलाफ बीजेपी उम्मीदवार की गिरफ्तारी की मांग करते हुए बिना अनुमति के धरना देने के बाद मंगलवार को आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन के लिए मामला दर्ज हुआ है। सूबे में 17 नवंबर को जब विधानसभा चुनाव हुए थे, तब छतरपुर जिले के राजनगर निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के दौरान सलमान खान की मौत हो गई थी।

कांग्रेस ने बीजेपी प्रत्याशी पर लगाए गंभीर आरोप
घटना के बाद राजनगर से BJP के प्रत्याशी अरविंद पटेरिया की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिग्विजय सिंह और नाती राजा ने अपने समर्थकों के साथ 18-19 नवंबर को खजुराहो थाने के बाहर तंबू लगाकर धरना दिया था। कांग्रेस नेताओं ने पटेरिया पर सलमान खान की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है, हालांकि पटेरिया ने इस आरोप से इनकार किया है। ASP विक्रम सिंह ने छतरपुर के अतिरिक्त कलेक्टर द्वारा प्रस्तुत एक रिपोर्ट के आधार पर कहा कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए मंगलवार को IPC की धारा 188 (लोक सेवक द्वारा विधिवत आदेश की अवज्ञा) के तहत एक FIR दर्ज की गई है।

FIR में दिग्विजय सिंह समेत 60-70 लोगों के नाम
FIR में दिग्विजय सिंह, मौजूदा विधायक और राजनगर से कांग्रेस उम्मीदवार नाती राजा तथा 60-70 अन्य लोगों का नाम शामिल है। बीजेपी के छतरपुर जिला अध्यक्ष मलखान सिंह ने पूर्व में जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें बताया गया था कि दिग्विजय और अन्य कांग्रेस नेताओं ने अधिकारियों से इजाजत लिए बिना धरना दिया, इस प्रकार चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन हुआ। FIR के मुताबिक, ज्ञापन पर कार्रवाई करते हुए अतिरिक्त कलेक्टर ने पुलिस को एक रिपोर्ट भेजी जिसमें कहा गया कि विपक्षी दल के नेताओं और उनके समर्थकों के विरोध प्रदर्शन के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई अनुमति नहीं दी गई थी।

कांग्रेस कैंडिडेट नाती राजा के खिलाफ भी केस दर्ज
कांग्रेस कार्यकर्ता सलमान खान की मौत के बाद पुलिस ने 17 नवंबर को हत्या के आरोप में पटेरिया और 20 बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया। इसके बाद सत्ता पक्ष ने पुलिस पर कांग्रेस के प्रभाव में बीजेपी के खिलाफ पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया था। पुलिस ने 19 नवंबर को बीजेपी की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए कांग्रेस उम्मीदवार नाती राजा के खिलाफ हत्या के प्रयास, दंगा और IPC की अन्य प्रासंगिक धाराओं के तहत एक अलग केस दर्ज किया। यह आरोप लगाया गया था कि झड़प के दौरान नाती राजा ने पटेरिया पर लाठियों और हथियार से हमला किया, जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ता खान की मौत हो गई।

‘चुनाव में लाभ पाने के लिए करवाई खान की हत्या’
पुलिस के मुताबिक, सलमान खान की मौत एक गाड़ी से कुचले जाने के बाद हुई। बीजेपी ने नाती राजा पर चुनाव में लाभ पाने के लिए खान की हत्या कराने का आरोप लगाया है। दूसरी ओर, कांग्रेस उम्मीदवार ने खान की मौत के लिए पटेरिया को जिम्मेदार बताया है। बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के तहत 17 नवंबर को वोट डाले गए थे और 3 दिसंबर को मतगणना होनी है। सूबे में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच माना जा रहा है और कई अन्य छोटी-छोटी पार्टियां भी अपनी किस्मत आजमा रही हैं। (भाषा)