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Hindi News मध्य-प्रदेश अब शादी में शामिल हो सकेंगे बैंड, घोड़ीवाले और हज्जाम, इंदौर प्रशासन ने दी अनुमति

अब शादी में शामिल हो सकेंगे बैंड, घोड़ीवाले और हज्जाम, इंदौर प्रशासन ने दी अनुमति

देश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में बुधवार को इस महामारी का प्रकोप शुरू हुए तीन महीने पूरे हो गये।

<p>Marriage Indore</p>- India TV Hindi Image Source : FILE Marriage Indore

इंदौर। देश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में बुधवार को इस महामारी का प्रकोप शुरू हुए तीन महीने पूरे हो गये। इस बीच, प्रशासन ने छूट का दायरा बढ़ाते हुए अलग-अलग गतिविधियों को मंजूरी दी है जिसमें विवाह समारोह में वर-वधू पक्ष के मेहमानों की तय तादाद 12 से बढ़ाकर 50 किया जाना शामिल है। अधिकारियों ने बताया कि जिले में अब शादी-ब्याह के आयोजन के लिये प्रशासन की पूर्व अनुमति की दरकार भी नहीं है। विवाह समारोह में 50 मेहमानों के साथ ही बैंड, घोड़ीवाले और हज्जाम समेत 10 सेवाप्रदाताओं को भी बुलाया जा सकेगा। 

उन्होंने बताया कि प्रशासन ने आम लोगों की मांग पर विवाह समारोह में ये छूटें दी हैं। लेकिन विवाह समारोह के आयोजकों को कोविड-19 से बचाव के तमाम इंतजाम सुनिश्चित करने होंगे। प्रशासन ने इंदौर के लोगों के सबसे पसंदीदा नाश्ते पोहे के साथ चाय की दुकानों को सुबह छह से 10 के बीच केवल चार घंटे के लिये मंजूरी दी है। इसके बाद बुधवार को इन दुकानों पर खान-पान के शौकीनों की भीड़ देखी गयी। कोविड-19 के प्रकोप के मद्देनजर सामाजिक, वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों में लागू पाबंदियों में प्रशासन के लगातार ढील दिये जाने से जिले में आम जन-जीवन तेजी से पटरी पर लौटता दिखायी दे रहा है। हालांकि, इस महामारी का फैलना भी जारी है। 

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) प्रवीण जड़िया ने बताया कि जिले में पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 34 नये मामले मिले हैं। इससे जिले में संक्रमितों की कुल संख्या 4,427 से बढ़कर 4,461 हो गयी है। सीएमएचओ ने यह भी बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के दौरान 70 वर्षीय पुरुष समेत चार और मरीजों की मौत हो गयी। नतीजतन इस महामारी की चपेट में आकर दम तोड़ने वाले मरीजों की कुल तादाद बढ़कर 207 पर पहुंच गयी है। वहीं, 3,290 लोग इलाज के बाद इसके संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। जिले में कोविड-19 के प्रकोप की शुरूआत 24 मार्च से हुई, जब पहले चार मरीजों में इस महामारी की पुष्टि हुई थी।