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Hindi News मध्य-प्रदेश दर्दनाक: वार्ड ब्वॉय ने निकाल ली कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग की ऑक्सीजन मशीन, तड़पकर मौत

दर्दनाक: वार्ड ब्वॉय ने निकाल ली कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग की ऑक्सीजन मशीन, तड़पकर मौत

मध्य प्रदेश के शिवपुरी से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। शिवपुरी एक मेडिकल स्टाफ की बड़ी लापरवाही की वजह से एक बेटे के सामने उसके बुजुर्ग पिता ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया।

<p>दर्दनाक: वार्ड ब्वॉय...- India TV Hindi Image Source : INDIA TV दर्दनाक: वार्ड ब्वॉय ने निकाल ली कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग की ऑक्सीजन मशीन, तड़पकर मौत

शिवपुरी: मध्य प्रदेश के शिवपुरी से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। शिवपुरी एक मेडिकल स्टाफ की बड़ी लापरवाही की वजह से एक बेटे के सामने उसके बुजुर्ग पिता ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया। शिवपुरी के जिला अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में बुज़ुर्ग सुरेन्द्र शर्मा भर्ती थे। कोरोना पॉजिटिव बुज़ुर्ग को आक्सीजन देने के लिए कंस्ट्रेटर लगा था। परिजनों का कहना है कि देर रात 10 बजे अस्पताल के स्टॉफ ने ऑक्सीजन पोर्टेबल यूनिट हटा दी जिसके चलते मरीज की मौत हो गई।

अगर रात को ऑक्सीजन पोर्टेबल यूनिट को नहीं हटाया जाता तो उनकी जान बच सकती थी। लेकिन रात करीब 10 बजे एक वार्ड ब्वाय ऑक्सीज़न सप्लाई करने वाली मशीन निकाल कर ले गया जिससे सुबह करीब पांच बजे बुज़ुर्ग तड़पने लगे। इस बीच उनका बेटा डॉक्टरों को पुकारता रहा लेकिन कोई नहीं आया। आखिरकार बेटा उन्हें कंधे पर लादकर आईसीयू में ले गया लेकिन तब तक उनकी मौत हो गई। इस सीसीटीवी फुटेज के सामने आने के बाद बुजुर्ग के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया।

चौंकाने वाली बात यह है कि जब पीड़ित की जान चली हई तब अस्पताल ने इसे लापरवाही मानने से इनकार कर दिया और कहता रहा कि मरीज सुरेंद्र शर्मा की हालत पहले से ही काफी खराब थी। हालांकि मृतक के परिजनों ने सीसीटीवी फुटेज की मांग की और इसे देखने के बाद सारी सच्चाई सामने आई।

देखें वीडियो-

सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखा है कि रात 11 बजे तक सुरेंद्र अपने बेटे दीपक के साथ बात करते रहे। जब दीपक चला गया तो उसके पिता सो गए। देर रात एक वार्ड ब्वॉय सुरेंद्र के पास आया और उलको लगा पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर निकालकर ले गया। इसके बाद सुबह 5 बजे ऑक्सीजन की कमी के कारण सुरेंद्र तड़पने लगे लेकिन डॉक्टर या नर्स कोई उनके पास नहीं आया और न ही किसी ने ऑक्सीजन सपोर्ट दिया। सुबह दीपक जब पिता से मिलने अस्पताल पहुंचा तो बिस्तर पर उन्हें तड़पते देखा। स्ट्रेचर ना मिलने पर उसने अपने पिता को कंधे पर लादकर आईसीयू तक पहुंचाया लेकिन इससे सुरेंद्र की जान नहीं बच पाई।