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Hindi News महाराष्ट्र Aurangabad News: औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर रखने के विरोध में बीजेपी विरोधी पार्टियां लामबंद, ओवैसी की पार्टी ने खोला मोर्चा

Aurangabad News: औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर रखने के विरोध में बीजेपी विरोधी पार्टियां लामबंद, ओवैसी की पार्टी ने खोला मोर्चा

Aurangabad News: औरंगाबाद का संभाजीनगर नाम रखने का विरोध करने के लिए AIMIM ने एक समिति का गठन किया है।

Aurangabad News- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO Aurangabad News

Highlights

  • आज होगी समिति की बैठक, तय होगा विरोध का एजेंडा
  • सीएम पद से इस्तीफा देने से पहले उद्धव ने बदला था शहर का नाम
  • लंबे समय से की जा रही थी शहर का नाम बदलने की मांग

Aurangabad News: महाराष्ट्र में औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर रखने पर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी—एआईएमआईएम द्वारा विरोध किया जा रहा है। उनकी पार्टी के विरोध को बीजेपी की विरोधी पार्टियों ने भी समर्थन किया है। दरअसल, औरंगाबाद का संभाजीनगर नाम रखने का विरोध करने के लिए AIMIM ने एक समिति का गठन किया है। इस समिति में AIMIM, समाजवादी पार्टी (SP), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP), कांग्रेस (Congress), बीएसपी (BSP), प्रकाश अंबेडकर की पार्टी वंचित बहुजन आघाडी सहित अन्य दल शामिल हैं।

आज होगी समिति की बैठक, तय होगा विरोध का एजेंडा

आज गुरुवार शाम इस समिति की एक बैठक होने वाली है। संभाजीनगर के नामांकरण के विरोध में कब सड़क पर उतरना है, आंदोलन की रुपरेखा क्या होगी, ये आज होने वाली बैठक में तय किया जाएगा। साथ ही में मराठा संगठन द्वारा दिए गए तांडव के चैलेंज का जवाब किस तरह देना है इसकी रणनीति भी बनाई जाएगी।

सीएम पद से इस्तीफा देने से पहले उद्धव ने बदला था शहर का नाम

बता दें कि हाल ही में उद्धव ठाकरे ने सीएम पद से त्यागपत्र देने से पहले औरंगाबाद का नाम बदलकर अब संभाजीनगर कर दिया गया था। वहीं उस्मानाबाद का नाम धाराशिव और नवी मुम्बई एयरपोर्ट का नाम DB पाटिल कर दिया था। दरअसल, औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर रखने की मांग शिवसेना लंबे समय से करती आ रही थी। उद्धव ठाकरे और शिवसेना के नेता औरंगाबाद को संभाजी नगर कहकर ही संबोधित किया करते थे।

लंबे समय से की जा रही थी शहर का नाम बदलने की मांग

वहीं, उस्मानाबाद का नाम भी धाराशिव की मांग शिवसेना की थी। हालांकि, कांग्रेस और NCP के साथ गठबंधन में महाविकास आघाड़ी (MVA) सरकार बनाने के बाद शिवसेना की इन दोनों बातों को कांग्रेस का समर्थन नहीं मिल रहा था। कांग्रेस अक्सर औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नाम बदलने पर आपत्ति जताती रहती थी। लेकिन सीएम पद जाते देख उद्धव ने अपने पर लगे हिंदू विरोधी आरोपों के बाद सत्ता से जाते जाते इन शहरों का नाम बदल दिया था।