A
Hindi News महाराष्ट्र Eknath Shinde : महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे ने कार्यभार संभाला, कैबिनेट का दो चरणों में होगा विस्तार-सूत्र

Eknath Shinde : महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे ने कार्यभार संभाला, कैबिनेट का दो चरणों में होगा विस्तार-सूत्र

Eknath Shinde : एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र सचिवालय की इमारत में प्रवेश करते ही मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज और डॉ. बी.आर. आंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित की।

Eknath Shinde - India TV Hindi Image Source : PTI Eknath Shinde

Highlights

  • शिंदे ने सचिवालय स्थित सीएम दफ्तर में कार्यभार संभाला
  • मुख्यमंत्री कार्यालय को भव्य तरीके से सजाया गया
  • दो चरणों में होगा कैबिनेट विस्तार-सूत्र

Eknath Shinde:महाराष्ट्र (Maharashtra) में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने आज आधिकारिक रूप से मंत्रालय में अपना कार्यभार संभाल लिया। शिंदे के प्रभार संभालने से पहले भव्य तरीके से सजाए गए मुख्यमंत्री (Chief Minister) कार्यालय में पूजा की गयी। उनके चेम्बर में शिवसेना (Shiv Sena) संस्थापक बाल ठाकरे (Bal Thackeray) की बड़ी तस्वीर लगी है और उसके बगल में शिंदे के मार्गदर्शक आनंद दिघे की तस्वीर लगी है। शिंदे ने सचिवालय इमारत में प्रवेश करते ही मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज और डॉ. बी.आर. आंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित की। 

दो चरणों में होगा कैबिनेट विस्तार-सूत्र

वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक  एकनाथ शिंदे कैबिनेट विस्तार दो चरणों में होगा। राष्ट्रपति चुनाव से पहले कुछ मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी और कुछ मंत्रियों को चुनाव के बाद शपथ दिलाई जाएगी। पहले चरण में शिवसेना शिंदे गुट और कुछ भाजपा नेताओं को शपथ दिलाई जाएगी। फिलहाल कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चा जारी है।

बालासाहेब पूरे राज्य के हैं, कोई इस तथ्य को बदल नहीं सकता

एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाले विधायकों के खेमे के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने पत्रकारों से कहा कि बाल ठाकरे किसी की संपत्ति नहीं हैं। उन्होंने उद्धव ठाकरे गुट द्वारा, शिवसेना के दिवंगत संस्थापक बाल ठाकरे का नाम और तस्वीर शिंदे गुट द्वारा इस्तेमाल करने पर आपत्ति जताए जाने के बारे में पूछने पर कहा, ‘बालासाहेब पूरे राज्य के हैं और कोई इस तथ्य को बदल नहीं सकता।’ 

शरद पवार के करीबी हैं संजय राउत-केसरकर

शिवसेना सांसद संजय राउत पर निशाना साधते हुए केसरकर ने कहा, ‘राउत, शरद पवार के करीबी हैं, उद्धव जी के बारे में मुझे नहीं पता। जब मुझे लगा कि महा विकास आघाडी (शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस) में शिवसेना को दिक्कतें हो रही हैं तो मैंने उद्धवजी को मनाने की कोशिश की। मैं कभी उनसे मंत्री पद के लिए नहीं मिला।’ उन्होंने कहा, ‘ उद्धव ठाकरे ने 2014 में मुझे कहा था कि वह मुझे मंत्रिमंडल में शामिल नहीं कर सकते क्योंकि उन्हें शिवसेना के उन नेताओं को पहले प्राथमिकता देनी है, जिन्होंने बालासाहेब के साथ काम किया था। इसलिए मैं उद्धवजी का सम्मान करता हूं।’

भावना गवली को हटाने की आलोचना

केसरकर ने उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना के, लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक के तौर पर भावना गवली को हटाने के फैसले की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘ऐसे कदम से आप महिलाओं को अपमानित कर रहे हैं। वह पांच बार सांसद रह चुकी हैं, जिन्होंने हमेशा शिवसेना का झंडा बुलंद किया है।’ गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाले धड़े ने बुधवार को गवली के स्थान पर लोकसभा में शिवसेना के मुख्य सचेतक के तौर पर राजन विचारे को नामित किया।

इनपुट- सचिन चौधरी, इंडिया टीवी मुंबई और भाषा