A
Hindi News महाराष्ट्र 'पुलिस ने मेरी बेटी की शिकायत पर काम किया होता तो आज वो ज़िंदा होती', बोले श्रद्धा के पिता

'पुलिस ने मेरी बेटी की शिकायत पर काम किया होता तो आज वो ज़िंदा होती', बोले श्रद्धा के पिता

श्रद्धा मर्डर केस की छानबीन के बीच आज श्रद्धा के पिता विकास वॉकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपना दर्द बयां किया। उन्होंने कहा कि यदि मुंबई में मेरी बेटी की शिकायत पर पुलिस ने समय पर एक्शन लिया होता, तो आज मेरी बेटी जिंदा होती। उन्होंने आफताब और उसके परिजनों को सख्त सजा देने की मांग की।

Shraddha Murder case- India TV Hindi Image Source : FILE Shraddha Murder case

मुंबई : श्रद्धा वॉकर मर्डर केस में पुलिस अभी तक कुछ बड़े साक्ष्य हासिल नहीं कर सकी है। वहीं दिल्ली पुलिस भी मुंबई जाकर छानबीन में कई दिनों से जुटी हुई है। इसी बीच श्रद्धा वॉकर के पिता ने मुंबई: श्रद्धा वॉकर के पिता विकास वॉकर महाराष्ट्र के गृहमंत्री और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से सागर बंगलो में मुलाकात की। मुलाकात के बाद श्रद्धा के श्रद्धा के पिता विकास वालकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उनके साथ बीजेपी नेता किरीट सोमैया भी थे।

श्रद्धा के पिता विकास वालकर ने कहा कि 'मेरी बेटी श्रद्धा की मौत पर मुझे बहुत दुख है यह मैं कभी नहीं भूल सकता। अब तक दिल्ली और वसई मानिकपुर की साझा जांच से मैं संतुष्ट हूं। अगर तुलिंज पुलिस ने श्रद्धा की दी शिकायत पर काम किया होता तो आज मेरी बेटी ज़िंदा होती।'

आफताब और उसके परिवार वालों को सख्त सजा दी जाए: श्रद्धा के पिता

उन्होंने कहा कि 'आफ़ताब ने मेरी बेटी की नृशंस हत्या की। इसके लिए मैं इसकी मांग करता हूं कि उसे और परिवार वालों को सख्त सजा दी जाए। 
18 साल के बाद जो वयस्क हो जाते हैं तो बच्चों को धर्मों के बारे में सही जानकारी दी जानी चाहिए और बच्चों को सही guidance मिलना चाहिए।
विकास वॉकर ने कहा कि 'जो मेरी बेटी के साथ हुआ वो किसी और के साथ नहीं हो'।

'बेटी की मौत से काफी धक्का पहुंचा', बोले श्रद्धा के पिता

श्रद्धा के पिता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 'बेटी की मौत से मुझे और परिवार को धक्का लगा। इसलिए मेरी तबीयत भी खराब हो गई थी। इस कारण मीडिया के सामने नहीं आ सका।' उन्होंने कहा कि 'नालासोपारा की तुलिज पुलिस ने मेरी बेटी की शिकायत की समय रहते जांच नहीं की जिसकी वजह से मेरी बेटी की जान गई।समय रहते जांच होती तो श्रद्धा ज़िंदा रहती।'

'मेरी बेटी की आफताब ने जैसी हत्या की, उसके साथ भी वैसा ही हो'

विकास वॉकर ने कहा कि 'आफ़ताब ने मेरी बेटी की जिस तरह से हत्या की, उसके लिए आफ़ताब के साथ भी वैसा ही होना चाहिए। आफ़ताब के परिवार का भी इस घटना में जांच होना चाहिए। 18 साल के वयस्क होने पर बच्चे उन्हें मिली freedom के चलते परिवार की नहीं सुनते। इसके चलते हमें यह सब झेलना पड़ता है।

18 साल के बच्चों की हो काउंसिलिंग

विकास वॉकर ने कहा कि '18 साल के बच्चों की councelling होनी चाहिए। मेरी बेटी जब 18 साल की हो गई तो उसने बोला वो अब वयस्क हो गई है उसे रोका नहीं जा सकता। ऐसे दोबारा ना हो इसलिए मैं यह मांग कर रहा हूं।'