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महाराष्ट्र के मंत्री ने सड़कों की तुलना हेमा मालिनी के गालों से की, आयोग के कड़े रुख के बाद माफी मांगी

महाराष्ट्र के मंत्री और वरिष्ठ शिव सेना नेता गुलाबराव पाटिल के अपने विधानसभा क्षेत्र जलगांव जिले की सड़कों की तुलना अभिनेत्री हेमा मालिनी के गाल से करने की टिप्पणी पर विवाद खड़ा हो गया है।

महाराष्ट्र के मंत्री ने सड़कों की तुलना हेमा मालिनी के गाल से की, महिला आयोग ने कड़ा रुख अपनाया- India TV Hindi Image Source : PTI FILE PHOTO महाराष्ट्र के मंत्री ने सड़कों की तुलना हेमा मालिनी के गाल से की, महिला आयोग ने कड़ा रुख अपनाया

Highlights

  • मंत्री पाटिल की कथित टिप्पणी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
  • राज्य के महिला आयोग के कड़े रुख के बाद मांगी माफी
  • पहले भी नेता दे चुके हैं इस तरह के बेतुके बयान

मुंबई: महाराष्ट्र के मंत्री और वरिष्ठ शिव सेना नेता गुलाबराव पाटिल के अपने विधानसभा क्षेत्र जलगांव जिले की सड़कों की तुलना अभिनेत्री हेमा मालिनी के गाल से करने की टिप्पणी पर विवाद खड़ा हो गया। हालांकि, राज्य के महिला आयोग के कड़ा रुख अपनाए जाने के बाद मंत्री ने अपने बयान पर माफी मांगी है। पाटिल की कथित टिप्पणी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

मंत्री ने कथित टिप्पणी हाल में जिले के बोधवाड़ नगर पंचायत चुनाव के दौरान एक चुनावी बैठक को संबोधित करने के दौरान की। अपने भाषण के दौरान पाटिल ने अपने विरोधियों को उनके विधानसभा क्षेत्र का दौरान कर वहां अच्छी गुणवत्ता वाली सड़कें देखने को कहा। कई वर्षों तक जलगांव सीट से विधायक रहे भाजपा के पूर्व नेता एकनाथ खडसे पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए राज्य के जलापूर्ति मंत्री पाटिल ने कहा, '' जोकि 30 सालों तक विधायक रहे, उन्हें मेरे विधानसभा क्षेत्र में आकर सड़कों को देखना चाहिए। अगर ये हेमा मालिनी के गाल जैसी नहीं हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।''

वहीं, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने मंत्री पाटिल की टिप्पणी का संज्ञान लिया और अपनी टिप्पणी पर माफी नहीं मांगने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। आयोग की चेतावनी के कुछ घंटो बाद पाटिल ने अपने बयान के लिए माफी मांगी। पाटिल ने धुले में संवाददाताओं से कहा, '' मेरा मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था। मैं अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगता हूं।''

पहले भी नेता दे चुके हैं इस तरह के बेतुके बयान

बता दें कि, इससे पहले राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने भी बीते दिनों ऐसा ही बयान दिया था। राजस्थान के झुंझुनू जिला में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा था कि 'सड़कें कैटरीना कैफ के गाल जैसी बननी चाहिए।' मशहूर अभिनेत्री और मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी के गालों जैसी सड़कें बनाने का सपना राजनेता सालों से देख रहे हैं। साल 2019 में ही छत्तीसगढ़ के एक मंत्री कवासी लखमा ने भी हेमा मालिनी के गालों जैसी सड़कें बनवाने का बयान देकर विवाद खड़ा किया था। साल 2005 में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बिहार की सड़कों के लिए कहा था कि यह हेमा मालिनी के गालों जैसी चिकनी बनेंगी। इसके बाद साल 2013 में उत्तर प्रदेश में तत्कालीन मंत्री रहे राजाराम पांडे ने अच्छी सड़कों की तुलना हेमा मालिनी के गालों से की थी।