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Hindi News खेल क्रिकेट ओपनर्स का फ्लॉप शो, इंग्लैंड के पुछल्लों ने की धुनाई, टीम इंडिया की हो गई सफाई, ये हैं भारत की हार के 5 कारण

ओपनर्स का फ्लॉप शो, इंग्लैंड के पुछल्लों ने की धुनाई, टीम इंडिया की हो गई सफाई, ये हैं भारत की हार के 5 कारण

भारतीय टीम एक समय तीन विकेट पर 123 रन बनाकर अच्छी स्थिति में थी, लेकिन मेहमान टीम ने इसके बाद 61 रन और जोड़कर अपने सात विकेट गंवा दिए।

ओपनर्स का प्लॉप शो, इंग्लैंड के पुछल्लों ने की धुनाई, टीम इंडिया की हो गई सफाई- India TV Hindi Image Source : PTI ओपनर्स का प्लॉप शो, इंग्लैंड के पुछल्लों ने की धुनाई, टीम इंडिया की हो गई सफाई  

कप्तान विराट कोहली (58) और अजिंक्य रहाणे (51) की संघर्षपूर्ण पारियों के बावजूद भारत को यहां रोज बाउल स्टेडियम में चौथे टेस्ट मैच के चौथे दिन रविवार को इंग्लैंड के हाथों 60 रन से हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड से मिले 245 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम 69.4 ओवर में 184 रन पर ऑलआउट हो गई। भारतीय टीम एक समय तीन विकेट पर 123 रन बनाकर अच्छी स्थिति में थी, लेकिन मेहमान टीम ने इसके बाद 61 रन और जोड़कर अपने सात विकेट गंवा दिए। इंग्लैंड के लिए मोइन अली ने चार, बेन स्टोक्स और जेम्स एंडरसन ने दो-दो तथा स्टुअर्ट ब्रॉड और सैम करन ने एक-एक विकेट लिए। 

आइए जानते हैं टीम की हार के ये बड़े कारण

1. ओपनर्स का फ्लॉप शो जारी
चौथे टेस्ट में भारतीय ओपनर्स पूरी तरह फ्लॉप रहे। शिखर धवन और केएल राहुल पहली पारी में मिली अच्छी शुरुआत को भी नहीं भुना पाए। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 246 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम ने भले ही अपनी पहली पारी में 273 रन बनाकर 33 रनों की बढ़त लेने में कामयाब रही हो लेकिन ओपनर्स फ्लॉप रहे। पहली पारी में शिखर धवन ने 53 गेंदों में 3 चौकों की मदद से 23 रन ही बनाए। धवन के अलावा लोकेश राहुल ने 24 गेंदों में 19 रन बनाए। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए मात्र 37 रनों की साझेदारी हुई। इसके अलावा दूसरी पारी में जब भारत को जीत के लिए 245 रन बनाने थे तो भी ओपनर्स फ्लॉप रहे। जहां धवन मात्र 17 रन बना सके तो वहीं केएल राहुल 0 पर क्लीन बोल्ड हो गए। 

2. इक्का-दुक्का बल्लेबाजों का चलना
भारत की तरफ से इक्का-दुक्का बल्लेबाजों का चलना टीम की हार का कारण बना। जहां पहली पारी में चेतेश्वर पुजारा ने नाबाद शतकीय पारी (132*) खेली तो वहीं कप्तान कोहली ने 46 रनों की पारी खेली। इसके अलावा कोई भी बल्लेबाज रन नहीं बना सका। वहीं दूसरी पारी की बात करें तो यहां भी कप्तान कोहली और उपकप्तान रहाणे ही चले बाकी के सब फ्लॉप रहे। रहाणे-कोहली ने चौथे विकेट के लिए 101 रनों की साझेदारी की। लेकिन इन दोनों के जाने के बाद कोई भी बल्लेबाज टिककर नहीं खेल सका।

3. इंग्लैंड के पुछल्लों की मार
देखा जाए तो भारत की हार में सबसे बड़ा हाथ इंग्लैंड के पुछल्ले बल्लेबाजों का रहा। पहली पारी में इंग्लैंड ने 86 के स्कोर पर तीन विकेट गंवा दिए थे। लेकिन यहां से भी इंग्लैंड 246 रन बनाने में कामयाब रहा। इसका कारण पुछल्ले बल्लेबाजों को जमकर रन बनाना रहा। पहली पारी में इंग्लैंड के लिए सैम करन ने 78 रनों की शानदार पारी खेली। इसके अलावा मोईन अली ने 40 रन बनाए। यहां तक कि ब्रॉड ने भी 17 रनों अहम योगदान दिया। वहीं दूसरी पारी की बात करें तो यहां भी इंग्लैंड के पुछल्ले बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों को जमकर परेशान किया। यहां भी सैम करन ने 46 रनों की पारी खेली। इसके अलावा बेन स्टोक्स ने 30 रन बनाए। आदिल रशीद ने 11 रनों की पारी खेली। भारतीय गेंदबाजों के पास दोनों पारियों में सैम करन को आउट करने का विकल्प तक नहीं था। 

4. इंग्लिश स्पिन हिट, भारतीय गई पिट
विराट कोहली ने आर अश्विन से पहली पारी में 14.4 ओवर गेंदबाजी कराई और उन्होंने 40 रन देकर 2 विकेट झटके। अश्विन टीम में एकमात्र स्पिन गेंदबाज थे लेकिन वे अपनी भूमिका सही से निभा नहीं पाए। वहीं पहली पारी में इंग्लैंड की तरफ से उसके पार्ट टाइम गेंदबाज मोईन अली ने 16 ओवरों में 63 रन देकर 5 विकेट झटके।  पहली पारी में तो अश्विन ने फिर अच्छा प्रदर्शन था लेकिन दूसरी में बुरी तरह फ्लॉप रहे। विराट ने दूसरी पारी में लगातार 30 से ज्यादा ओवर गेंदबाजी करवाई लेकिन वे 30 ओवरों के बाद ही केवल एक विकेट लेने में कामयाब हो पाए। वहीं दूसरी पारी में इंग्लैंड के लिए फिर एक बार पार्ट टाइम स्पिनर मोईन अली ने 26 ओवरों में 71 रन देकर 4 बड़े विकेट झटके। जिसमें कोहली और रहाणे का भी विकेट था। 

5. पानी की तरह बहाए एक्स्ट्रा रन
भारतीय टीम 60 रनों से हारी है। आपको बता दें कि टीम ने दोनों पारी में मिलाकर 43 एक्स्ट्रा रन दिए। जहां पहली पारी में 34 अतिरिक्त रन खर्चे तो वहीं दूसरी पारी में 9 रन खर्च किए। अगर 60 में 43 रन निकाल दिए जाएं तो हार का अंतर केवल 17 रन ही बचता है। ऐसे में आप समझ सकते हैं कि टीम की मानसिकता क्या होती अगर ये 43 रन कम होते। पहली पारी में भारतीय गेंदबाजों ने इतनी वाइड गेंदें कराईं कि विकेटकीपर रोंकने में नाकाम रहा और गेंद बाउंड्री लाइन तक पहुंचती रही।

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