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Hindi News खेल क्रिकेट टीम को छोड़ने की तैयारी कर रहे नितीश राणा, अचानक ले लिया ये बड़ा फैसला

टीम को छोड़ने की तैयारी कर रहे नितीश राणा, अचानक ले लिया ये बड़ा फैसला

नितीश राणा ने दिल्ली क्रिकेट टीम को छोड़ने का फैसला किया है। उन्होंने एनओसी की मांग की है। इसकी बड़ी वजह सामने आई है।

Nitish Rana- India TV Hindi Image Source : AP Nitish Rana

दिल्ली क्रिकेट के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं क्योंकि पूर्व कप्तान नितीश राणा और पिछले साल रणजी ट्रॉफी में टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले ध्रुव शोरे ने अगले घरेलू सीजन के दौरान अन्य राज्यों की तरफ से खेलने के लिए DDCA से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) की मांग की है। राणा की जगह यश धुल को कप्तान बनाया गया था।  

दिल्ली क्रिकेट टीम को छोड़ने की तैयारी कर रहे ये खिलाड़ी

DDCA के संयुक्त सचिव राजन मनचंदा ने इस बात की पुष्टि की। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोनों क्रिकेटर्स से बात की जाएगी और उनकी परेशानी को सुना जाएगा ताकि पता लगाया जा सके कि वे ऐसा निर्णय क्यों लेना चाहते हैं। मनचंदा ने कहा कि हां, यह सच है कि ध्रुव और नितीश दोनों दिल्ली क्रिकेट टीम को छोड़ना चाहते हैं और उन्होंने एनओसी मांगी है। हम निश्चित रूप से उनसे रुकने का अनुरोध करेंगे क्योंकि दोनों अनुभवी खिलाड़ी हैं। इस मामले में आखिरी फैसला उनका ही होगा। अगर वह नहीं माने, तो हम उन्हें एनओसी देंगे। 

यह समझा जाता है कि पिछले साल तक टीम के सफेद गेंद (छोटे फॉर्मेट) के कप्तान रहे राणा को एक सीजन पुराने खिलाड़ी यश धुल को यह जिम्मेदारी दिया जाना पसंद नहीं आया। राणा को दिल्ली के ड्रेसिंग रूम में कुछ खिलाड़ियों से भी परेशानी है और उनमें मुंबई इंडियंस के ऑलराउंडर रितिक शौकीन भी शामिल हैं, जिन्होंने लाल गेंद की क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया था।

इस बात से हैं नाराज

डीडीसीए के एक निदेशक ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि नितीश नाराज हैं क्योंकि उन्हें लाल गेंद की टीम से बाहर कर दिया गया और कप्तानी से हटा दिया गया। इसलिए वे हटना चाहते हैं। हो सकता है कि अध्यक्ष रोहन जेटली उनसे बात करें। यह देखना होगा कि डीडीसीए राणा को कप्तानी का लालच देता है या नहीं। माना जा रहा है कि मिडिल ऑर्डर के धाकड़ बल्लेबाज हिम्मत सिंह को इस सीजन में रणजी ट्रॉफी की कप्तानी सौंपी जा सकती है 

इस खिलाड़ी को बनाया जा सकता है कप्तान 

DCCA में ज्यादातर लोग इस बात से सहमत हैं कि यश धुल को कप्तानी सौंपने का फैसला जल्दबाजी में लिया गया था। धुल ने अब तक सिर्फ एक ही प्रथम श्रेणी मैच खेला था। इसके साथ ही धुल भारत ‘ए’ के लिए सेलेक्टर्स के रडार पर हैं और उन्हें शिविर के लिए बुलाया गया है वह इसी वजह से चेन्नई में बुची बाबू ट्रॉफी नहीं खेलेंगे। इस बात की जानकारी रखने वाले डीडीसीए के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि धुल को नवदीप सैनी के साथ एनसीए में एक शिविर के लिए बुलाया गया है। वह बुची बाबू ट्रॉफी में नहीं खेलेंगे। हम हिम्मत को एक संभावित कप्तान के रूप में देख रहे हैं। वह ऐसा खिलाड़ी है जो चुनौतियों से कभी नहीं भागता है।

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