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Hindi News खेल अन्य खेल भारत के लिए फुटबॉल खेल चुकी 26 साल की कल्पना रॉय आज सड़क पर चाय बेचने को मजबूर

भारत के लिए फुटबॉल खेल चुकी 26 साल की कल्पना रॉय आज सड़क पर चाय बेचने को मजबूर

 26 साल की कल्पना रॉय अभी भी 30 लड़कों को दिन में दो बार कोचिंग देती हैं।

<p>भारतीय महिला फुटबॉल...- India TV Hindi भारतीय महिला फुटबॉल टीम का प्रतीकात्मक चित्र

जलपाईगुड़ी: 10 साल पहले देश की नुमाइंदगी करने वाली एक महिला फुटबॉलर आर्थिक तंगहाली के कारण सड़क पर चाय बेचने को मजबूर है। 26 साल की कल्पना रॉय अभी भी 30 लड़कों को दिन में दो बार कोचिंग देती हैं। उसका सपना एक बार फिर देश के लिये खेलने का है। कल्पना को 2013 में भारतीय फुटबॉल संघ द्वारा आयोजित महिला लीग के दौरान दाहिने पैर में चोट लगी थी । 

उन्होंने कहा,‘‘मुझे इससे उबरने में एक साल लगा। मुझे किसी से कोई आर्थिक मदद नहीं मिली। इसके अलावा तब से मैं चाय का ठेला लगा रही हूं।’’ 

उसके पिता चाय का ठेला लगाते थे लेकिन अब वह बढती उम्र की बीमारियों से परेशान है। उन्होंने कहा,‘‘सीनियर राष्ट्रीय टीम के लिये ट्रायल के लिये मुझे बुलाया गया था लेकिन आर्थिक दिक्कतों के कारण मैं नहीं गई। मेरे पास कोलकाता में रहने की कोई जगह नहीं है। इसके अलावा अगर मैं गई तो परिवार को कौन देखेगा। मेरे पिता की तबीयत ठीक नहीं रहती।’’ 

कल्पना पांच बहनों में सबसे छोटी है। उनमें से चार की शादी हो चुकी है और एक उसके साथ रहती है। उसकी मां का चार साल पहले निधन हो गया। अब परिवार कल्पना ही चलाती है। कल्पना ने 2008 में अंडर 19 फुटबालर के तौर पर चार अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। अब वह 30 लड़कों को सुबह और शाम कोचिंग देती है। वह चार बजे दुकान बंद करके दो घंटे अभ्यास कराती है और फिर दुकान खोलती है। 

उन्होंने कहा,‘‘लड़कों का क्लब मुझे 3000 रूपये महीना देता है जो मेरे लिये बहुत जरूरी है।’’ 

कल्पना ने कहा कि वह सीनियर स्तर पर खेलने के लिये फिट है और कोचिंग के लिये अनुभवी भी। उन्होंने कहा,‘‘मैं दोनों तरीकों से योगदान दे सकती हूं। मुझे एक नौकरी की जरूरत है ताकि परिवार चला सकूं।’