A
Hindi News खेल अन्य खेल BWF कैलेंडर से निराश सायना, कश्यप और प्रणीत ने कही ये बड़ी बात

BWF कैलेंडर से निराश सायना, कश्यप और प्रणीत ने कही ये बड़ी बात

पूर्व विश्व नंबर-1 और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता सायना नेहवाल, उनके पति पारुपल्ली कश्यप और बी साई प्रणीत ने कोविड-19 महामारी के बाद जारी विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) के कैलेंडर की शुक्रवार को आलोचना की।

<p>BWF कैलेंडर से निराश...- India TV Hindi Image Source : TWITTER PHOTO BWF कैलेंडर से निराश सायना, कश्यप और प्रणीत ने की ये बड़ी बात

नई दिल्ली। ओलंपिक पदक विजेता साइना नेहवाल सहित भारत के कई खिलाड़ियों बीडब्ल्यूएफ (विश्व बैडमिंटन संघ) के संशोधित कैलेंडर में पांच महीनों में 22 टूर्नामेंट करने के फैसले को शुक्रवार को ‘मूर्खतापूर्ण’ करार देते हुए कहा कि इससे उनके चोटिल होने की संभावना बढ़ जाएगी। कोविड-19 महामारी के कारण बैमिंटन की कई टूर्नामेंटों को स्थगित करना पड़ा जिसके बाद बीडब्ल्यूएफ ने नया कैलेंडर जारी किया।

बैडमिंटन खिलाड़ी परूपल्ली कश्यप ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ किसी भी खिलाड़ी के लिए पांच महीने में 22 प्रतियोगिताओं में खेलना काफी मुश्किल चुनौती है। अभी इस बात पर भी संशय बरकरार है कि पृथकवास का नियम कैसा होगा। अभी अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर प्रतिबंध है ऐसे में उन्होंने यह कैलेंडर कैसे तैयार किया यह समझ से परे है। हम सभी खेल शुरू करना चाहते हैं लेकिन अभी कई सवाल है जिसके जवाब नहीं मिले है। हमने अभी अभ्यास भी शुरु नहीं किया है।’’ लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल ने भी ट्विटर के जरिये इस पर संदेह व्यक्त किया।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अगस्त से दिसंबर तक पांच महने में 22 टूर्नामेंट। लगातार पांच महीने की यात्रा। सबसे बड़ा सवाल यह है कि कोरोना वायरस महामारी के समय अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए क्या दिशा-निर्देश होंगे।’’

उन्होंने बात पर आश्चर्य जताया कि इस वैश्विक संकट के कारण जब टेनिस और दूसरे खेलों ने अपने कैलेंडर घोषित नहीं किये तो बीडब्ल्यूएफ ने इसे कैसे तैयार किया। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘ अक्टूबर तक के लिए टेनिस के किसी प्रतियोगिता की घोषणा नहीं हुई है।’’ तोक्यो ओलंपिक के लिए टिकट हासिल करने के करीब पहुंच चुके बी प्रणीत भी नये कार्यक्रम से खुश नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘ खिलाड़ियों से पांच महीनों में 22 टूर्नामेंट खेलने की उम्मीद करना बेवकूफी है। वे खिलाड़ियों के बारे में नहीं सोच रहे हैं। बीडब्ल्यूएफ अध्यक्ष एक ओलंपिक चैंपियन है, इसलिए उन्हें सोचना चाहिए था कि खिलाड़ी सप्ताह दर सप्ताह कैसे खेलेंगे।’’

विश्व चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता ने कहा, ‘‘ फिट खिलाड़ी भी इतने सारे टूर्नामेंट नहीं खेल सकते। वे निश्चित तौर पर चोटिल होंगे। मुझे बीडब्ल्यूएफ से यह उम्मीद नहीं थी।’’ युगल खिलाड़ी चिराग सेट्टी ने भी इसकी आलोचना की। उन्होने कहा, ‘‘ सैयद मोदी और इंडोनेशिया सुपर 1000 दोनो एक ही सप्ताह में है। ऐसे में हम अपने घर में खेलने से चूक सकते है क्योंकि हमारे लिए सुपर 1000 टूर्नामेंट का ज्यादा महत्व है।’’