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एशियाई खेल (हॉकी): पाकिस्तान को हराकर भारत ने तीसरी बार जीता ब्रॉन्ज मेडल

आकाशदीप सिह और हरमनप्रीत सिंह के गोलों की बदौलत भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शनिवार को पाकिस्तान को 2-1 से हराकर 18वें एशियाई खेलों में कांस्य पदक अपने नाम किया।

<p>भारतीय हॉकी टीम</p>- India TV Hindi Image Source : PTI भारतीय हॉकी टीम

जकार्ता: आकाशदीप सिह और हरमनप्रीत सिंह के गोलों की बदौलत भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शनिवार को पाकिस्तान को 2-1 से हराकर 18वें एशियाई खेलों में कांस्य पदक अपने नाम किया। चार साल पहले स्वर्ण जीतने वाली भारतीय टीम ने एशियाई खेलों में तीसरी बार कांस्य पदक जीता है। सेमीफाइनल में भारत को मलेशिया से और पाकिस्तान को जापान से हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के कारण दोनों टीमों कांस्य पदक के मुकाबले में एक-दूसरे के खिलाफ उतरना पड़ा, जहां भारत ने बाजी मारी। 

भारतीय टीम के लिए आकाशदीप सिंह ने तीसरे और हरमनप्रीत ने 50वें मिनट में गोल दागे। वहीं मोहम्म्द अतीक ने 52वें मिनट में पाकिस्तान के लिए एकमात्र गोल किया। भारतीय टीम के लिए पहला क्वार्टर शानदार रहा जिसमें वह एक गोल करने और पाकिस्तान के कई हमलों को रोकने में सफल रहा। तीसरे मिनट में एसवी सुनील ने ललित उपाध्याय को और ललित ने आकाशदीप को पास दिया। आकाशदीप ने इस पास को गोल के अंदर पहुंचाकर भारत को मैच में 1-0 की बढ़त दिला दी। 

दूसरा क्वार्टर पाकिस्तान के लिए बराबरी करने का मौका लेकर आया। पाकिस्तान को इस क्वार्टर में 15 मिनट के अंदर दो पेनाल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन वह एक को भी गोल में तब्दील नहीं कर पाया और भारतीय टीम ने हाफ टाइम तक 1-0 बढ़त कायम रखी। 

तीसरे क्वार्टर में 34वें मिनट में एजाज अहमद के पास गोल कर पाकिस्तान को बराबरी पर लाने का मौका था, लेकिन वह इस मौके को गंवा बैठे। पाकिस्तान ने 39वें मिनट में मिले पेनाल्टी कॉर्नर भी जाया कर दिया। 

मैच के चौथे और आखिरी क्वार्टर में दोनों टीमें आक्रामक मूड में नजर आई। भारत को 50वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर मिला जिसे हरमनप्रीत ने गोल में बदलकर भारत की बढ़त को 2-0 कर दिया। 

हालांकि इसके दो मिनट बाद ही पाकिस्तान के अतीक ने भारतीय रक्षापंक्ति को चकमा देते हुए गोल कर दिया। अतीक के इस गोल से पाकिस्तान ने और ज्यादा मौके बनाने शुरू कर दिए। लेकिन भारतीय रक्षापंक्ति ने इसके बाद और कोई गोल नहीं होने दिया और 2-1 की जीत के साथ तीसरी बार एशियाई खेलों का कांस्य पदक अपने नाम कर लिया।