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IOA की पहली महिला अध्यक्ष बनीं पीटी उषा, 95 साल के इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा

पीटी उषा आईओए की पहली महिला अध्यक्ष चुन ली गई हैं।

PT Usha- India TV Hindi Image Source : GETTY PT Usha

PT Usha: भारत की उड़नपरी पीटी उषा ने कई बार इंटरनेशनल सर्किट पर देश का नाम रोशन किया। एशियन गेम्स में कई मेडल अपने नाम करने वाली ये दिग्गज रनर अब एक नई जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार है। पीटी उषा ने हाल ही में भारतीय ओलंपिक संघ यानी कि आईओए के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा था। पीटी उषा इस पद के लिए नामांकन भरने वाली इकलौती दावेदार थीं। ऐसे में उन्हें शनिवार को आईओए का नया अध्यक्ष चुन लिया गया है।

पीटी उषा को मिली बड़ी जिम्मेदारी

अपने जमाने के दिग्गज धाविका पीटी उषा को शनिवार को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) का पहला महिला अध्यक्ष चुना गया जिससे भारतीय खेल प्रशासन में नए युग की शुरुआत भी हुई। एशियाई खेलों में कई पदक जीतने वाली और 1984 के लॉस एंजलिस ओलंपिक खेलों में 400 मीटर की बाधा दौड़ में चौथे स्थान पर रही 58 वर्षीय उषा को चुनाव के बाद शीर्ष पद के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। चुनाव उच्चतम न्यायालय से नियुक्त किए गए सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व जज नागेश्वर राव की देखरेख में संपन्न हुए।

खत्म हुआ बड़ा संकट

उषा के अध्यक्ष चुने जाने से आईओए में गुटीय राजनीति के कारण पैदा हुआ संकट भी समाप्त हो गया। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने इस महीने चुनाव नहीं कराने की दशा में आईओए को निलंबित करने की चेतावनी दी थी। इन चुनावों को दिसंबर 2021 में होना था। उषा का शीर्ष पद पर चुना जाना पिछले महीने ही तय हो गया था क्योंकि वह अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करने वाली एकमात्र प्रत्याशी थीं। किसी ने भी उषा का विरोध नहीं किया जिन्हें जुलाई में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा के लिए नामित किया था। 

‘पय्योली एक्सप्रेस’ और ‘उड़न परी’ के नाम से मशहूर रहीं उषा को भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा था। आईओए के 95 साल के इतिहास में वह अध्यक्ष बनने वाली पहली ओलंपियन और पहली अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता हैं। इससे उनकी उपलब्धियों में एक और उपलब्धि जुड़ गई है। उषा ने 2000 में संन्यास लेने से पहले भारतीय और एशियाई एथलेटिक्स में दो दशक तक अपना दबदबा बनाया था। उषा देश का प्रतिनिधित्व करने वाले पहली खिलाड़ी हैं। इसके साथ ही वह महाराजा यादवेंद्र सिंह के बाद आईओए प्रमुख बनने वाली पहली खिलाड़ी भी हैं। यादवेंद्र सिंह ने 1934 में एक टेस्ट मैच खेला था। वह 1938 से 1960 तक आईओए के अध्यक्ष रहे थे।

Input- भाषा