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Hindi News उत्तर प्रदेश Video: जब अपने ही उम्मीदवार को नहीं पहचान सके बीजेपी कार्यकर्ता, किसी और को पहना दी माला

Video: जब अपने ही उम्मीदवार को नहीं पहचान सके बीजेपी कार्यकर्ता, किसी और को पहना दी माला

बीजेपी उम्मीदवार रमेश अवस्थी ट्रेन से कानपुर पहुंचे तो बीजेपी कार्यकर्ता उन्हें पहचान ही नहीं सके। ट्रेन से उतरने के दौरान बीजेपी कार्यकर्ता किसी और शख्स को माला पहनाकर स्वागत कर डाला।

जब अपने ही नेताजी को नहीं पहचान सके BJP कार्यकर्ता - India TV Hindi Image Source : INDIA TV जब अपने ही नेताजी को नहीं पहचान सके BJP कार्यकर्ता

कानपुरः उत्तर प्रदेश के कानपुर संसदीय क्षेत्र से बीजेपी ने अपने सीटिंग सांसद सत्यदेव पचौरी का टिकट काटकर रमेश अवस्थी पर भरोसा जताया है। कानपुर से उम्मीदवारी के ऐलान के बाद जब रमेश अवस्थी शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन से कानपुर पहुंचे तो बीजेपी कार्यकर्ता उन्हें पहचान ही नहीं सके। ट्रेन से उतरने के दौरान बीजेपी कार्यकर्ता रमेश की बजाय किसी और शख्स को माला पहनाकर स्वागत कर डाला। 

इस वजह से हुई स्वागत में चूक

दरअसल हुआ ये कि जब कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर भाजपा प्रत्याशी रमेश अवस्थी जिस ट्रेन से पहुंचे ठीक उनसे कुछ सेकेंड पहले उसी ट्रेन और उसी बोगी से राज्यसभा सांसद बाबूराम निषाद उतरे तो कार्यकर्ताओं ने उनको ही रमेश अवस्थी समझकर उनका फूल मालाओं और ढोल ताशों से जमकर स्वागत कर दिया। फिर जैसे ही कार्यकर्ताओं को अपनी गलती का अहसास हुआ तो उन्होंने रमेश अवस्थी का स्वागत किया।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो

बताया जा रहा है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हड़बड़ी में पार्टी प्रत्याशी रमेश को पहचान नहीं पाए और राज्यसभा सांसद बाबूराम निषाद का स्वागत कर डाला। नारेबाजी कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं को जब पता चला कि रमेश अवस्थी पीछे हैं तो दौड़-दौड़े गए कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इस घटना को वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। 

कौन हैं रमेश अवस्थी

  
बीजेपी उम्मीदवार रमेश अवस्थी पेशे से पत्रकार रहे हैं। 30 साल से अधिक समय तक पत्रकारिता करने के बाद अब उन्होंने राजनीति में एट्री की है। टिकट मिलने से पहले रमेश एक बड़े मीडिया हाउस से जुड़े हुए थे। उन्होंने अभी हाल में ही वहां से इस्तीफा दिया था। वह अमृतपुर क्षेत्र के नगला हूसा  गांव के रहने वाले हैं। उनका जन्म एक दिसंबर 1967 को हुआ था। उन्होंने एलएलबी, एमफिल की भी डिग्री हासिल की हुई है। वह बद्री विशाल डिग्री कॉलेज के छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे हैं।

रिपोर्ट- ज्ञानेंद्र शुक्ला