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Hindi News उत्तर प्रदेश रामपुर से जामा मस्जिद के शाही इमाम ने सपा उम्मीदवार के तौर पर दाखिल किया पर्चा, कही ये बात

रामपुर से जामा मस्जिद के शाही इमाम ने सपा उम्मीदवार के तौर पर दाखिल किया पर्चा, कही ये बात

नामांकन दाखिल करने के बाद नदवी ने कहा कि आज मैंने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मुझे मानवता का संदेश देकर यहां भेजा है।

मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी - India TV Hindi Image Source : ANI मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी

आजम खान के गढ़ रामपुर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर दिल्ली जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी ने पर्चा दाखिल किया है। बताया जा रहा है कि सपा का सिंबल उन्हें चार्टर प्लेन से रामपुर भेजा गया। नामांकन दाखिल करने के बाद नदवी ने कहा कि आज मैंने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मुझे मानवता का संदेश देकर यहां भेजा है। 

आजम खान को लेकर कही ये बात

नदवी ने कहा कि मौलाना आजाद ने पहला चुनाव रामपुर से लड़ा था। मुझे भी मौका यहां से मौका मिला है। जब उनसे पूछा गया कि आजम खान ने बहिष्कार किया था तो उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। सपा एक है। हम मजबूती से चुनाव लड़ेंगे।

 

आजम के करीबी ने भी भरा पर्चा

रामपुर में पूर्व में लोकसभा उपचुनाव लड़ चुके आसिम राजा ने खुद को सपा उम्मीदवार बताते हुए नामांकन दाखिल किया। वहीं, यही दावा करते हुए मुहिबउल्ला नदवी ने भी पर्चा दाखिल कर दिया। दोनों ही उम्मीदवार यह दावा कर रहे हैं कि वह सपा के अधिकृत प्रत्याशी हैं। संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि उन्हें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव चुनाव लड़वा रहे हैं और वह ही पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार हैं।  

अखिलेश यादव से की थी ये अपील

बता दें कि समाजवादी पार्टी के रामपुर के जिला अध्यक्ष ने मंगलवार को कहा कि पार्टी की जिला इकाई चाहती थी कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ें। जिला इकाई के अध्यक्ष अजय सागर और जेल में बंद नेता आजम खान के नाम वाले एक बयान में सत्तारूढ़ भाजपा पर चुनाव उल्लंघन और सपा नेताओं के खिलाफ ज्यादती का आरोप लगाया गया। हिंदी में लिखे गये पत्र में कहा गया है कि उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र की इन ‘विशेष परिस्थितियों’ के कारण अखिलेश यादव से रामपुर से चुनाव लड़ने के लिए कहा था। पत्र से अप्रत्यक्ष रूप से संकेत मिलता है कि उन्होंने इस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था।