A
Hindi News बिहार Death due to corona in patna: पटना में कोरोना से एक मौत, पीड़ित में थे दूसरी लहर जैसे लक्षण

Death due to corona in patna: पटना में कोरोना से एक मौत, पीड़ित में थे दूसरी लहर जैसे लक्षण

 बिहार के पटना में कोरोना से एक 65 साल के व्यक्ति की मौत हो गई। संक्रमित व्यक्ति को ब्लड कैंसर था। मरीज की जब मौत हुई तो ऑक्सीजन लेवल 40 पर था। लंग्स के बाद एक-एक अंग काम करना बंद कर दिए और अंत में मरीज की मौत हो गई। 

One death due to corona in Patna- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO One death due to corona in Patna

Highlights

  • पटना में कोरोना से एक 65 साल के व्यक्ति की मौत
  • पीड़ित में थे दूसरी लहर जैसे लक्षण
  • कोरोना डिटेक्ट होने के दो दिन के अंदर ही ऑक्सीजन लेवल नीचे आ गया

Death due to corona in patna: देश में एक बार फिर कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है। बीमार चल रहे लोगों को काफी सतर्क रहने की ज़रूर है। क्योंकि बीमार लोगों के लिए संक्रमण बड़ा खतरा साबित हो रहा है। शुगर, ब्लड प्रेशर के साथ अन्य गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को काफी बचकर रहने की ज़रूरत है। बिहार के पटना में कोरोना से एक 65 साल के व्यक्ति की मौत हो गई। संक्रमित व्यक्ति को ब्लड कैंसर था। मरीज की जब मौत हुई तो ऑक्सीजन लेवल 40 पर था। लंग्स के बाद एक-एक अंग काम करना बंद कर दिए और अंत में मरीज की मौत हो गई। 

कैंसर पीड़ित व्यक्ति की एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। इस दौरान अचनाक से नई समस्या उत्पन्न हो गई। सांस फूलने लगी। मरीज को बेचैनी होने लगी। हालत खराब होता देख 26 अप्रैल को दूसरे बड़े निजी अस्पताल में मरीज को भर्ती कराया गया। यहां जांच कराने पर कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी। इसके बाद कोरोना वॉर्ड में रखकर इलाज शुरू हुआ, लेकिन हालत में कोई सुधार नहीं आयी और मात्र दो दिन में ही 28 अप्रैल को मरीज की मौत हो गई। 

डॉक्टर ने बताया कि मरीज में इलाज के दौरान सीवियर निमोनिया पाया गया। कोरोना संक्रमण होने के बाद वायरस दूसरी लहर की तरह फेफड़े में पहुंच गया और निमोनिया हो गया। इस कारण मरीज को सांस लेने में तकलीफ हुई और मात्र दो दिन में ही उसकी जान चली गई। कीमोथेरेपी के कारण जहां पहले इलाज किया गया वहां से संक्रमण होने की आशंका है। डॉक्टरों का कहना है कि कैंसर के कारण इम्यूनिटी कमजोर थी इस वजह से कोरोना असरदार साबित हुआ। मौत से पहले संक्रमित में वो ही लक्षण थे, जो दूसरी लहर में होने वाली मौतों में थे। कोरोना डिटेक्ट होने के दो दिन के अंदर ही ऑक्सीजन लेवल नीचे आ गया।