A
Hindi News दिल्ली दिल्ली सरकार ने 2015 से अब तक केवल 440 नौकरियां दीं, भाजपा का आरोप- झूठ बोल रहे केजरीवाल

दिल्ली सरकार ने 2015 से अब तक केवल 440 नौकरियां दीं, भाजपा का आरोप- झूठ बोल रहे केजरीवाल

मनोज तिवारी ने आरोप लगाया, ‘‘केजरीवाल देश के सबसे बड़े झूठे, भ्रष्ट और बेईमान मुख्यमंत्री हैं। यह सुनने में अच्छा लगता है कि 12 लाख नौकरियां दी गई हैं लेकिन यह झूठा दावा है जो उनकी अपनी सरकार द्वारा सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत दी जानकारी से साबित होता है।’’

भाजपा सांसद मनोज तिवारी- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO भाजपा सांसद मनोज तिवारी

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर बड़ा हमला बोला है। BJP ने आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उनकी आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार द्वारा राष्ट्रीय राजधानी के 12 लाख युवाओं को रोजगार देने को लेकर झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि सूचना के अधिकार के तहत साल 2015 से अब तक दिल्ली में केवल 440 लोगों को ही नौकरी दी गई है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस मे बोलते हुए भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल ने दावा किया है कि उनकी सरकार ने 12 लाख नौकरियां दी हैं जबकि साल 2015 में उनके सत्ता में आने के बाद से अबतक केवल 440 लोगों को ही नौकरी दी गई है। 

"केजरीवाल देश के सबसे बेईमान मुख्यमंत्री"
मनोज तिवारी ने आरोप लगाया, ‘‘केजरीवाल देश के सबसे बड़े झूठे, भ्रष्ट और बेईमान मुख्यमंत्री हैं। यह सुनने में अच्छा लगता है कि 12 लाख नौकरियां दी गई हैं लेकिन यह झूठा दावा है जो उनकी अपनी सरकार द्वारा सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत दी जानकारी से साबित होता है।’’ गौरतलब है कि रविवार को असम दौरे के दौरान केजरीवाल ने वादा किया था कि अगर राज्य की सत्ता में ‘AAP’ आती है तो सभी युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी ने सात साल में दिल्ली में 12 लाख लोगों को रोजगार दिया जबकि पंजाब में एक साल में 28 हजार लोगों को नौकरी दी गई। 

"साल 2019 से 2023 में एक भी नौकरी नहीं दे पाए" 
भाजपा विधायक अजय महावर ने कहा कि दिल्ली की ‘AAP’ सरकार ने साल 2015 से 2023 तक 440 नौकरियां दीं जिनमें साल 2015 में 176, साल 2016 में 102, साल 2017 में 66, साल 2018 में 68 और साल 2019 में दी गई 28 नौकरियां शामिल हैं। उन्होंने दावा किया कि केजरीवाल सरकार साल 2019, 2021, 2022 और 2023 में एक भी नौकरी देने में सफल नहीं रही। महावर ने कहा कि 14 मार्च तक दिल्ली सरकार द्वारा तैयार रोजगार पोर्टल पर पंजीकृत उम्मीदवारों की संख्या 15,76,846 थी जो अगले दिन ही बढ़कर 15,91,328 हो गई। 

AAP ने आरोपों को बताया ‘हास्यास्पद’
इस बीच आम आदमी पार्टी ने आरोपों को ‘हास्यास्पद’ करार दिया और कहा कि भाजपा नेता रोजगार निदेशालय की एक आरटीआई जवाब का हवाला दे रहे हैं, जिसमें खुद कहा गया है कि वे सृजित नौकरियों पर सरकार-व्यापी और राज्य-व्यापी डेटा नहीं रखते हैं। यहां जारी बयान में AAP ने कहा कि दिल्ली में केवल बस मार्शल के पद पर ही करीब 13 हजार लोगों को नियुक्त किया गया है। पार्टी ने कहा कि दिल्ली सरकार पहले ही करीब दो लाख सरकारी नौकरियों सहित 12 लाख नौकरियों का ब्योरा विधानसभा में रख चुकी है। 

ये भी पढ़ें-

सीनियर सिटीजन को रेल यात्रा में फिर से मिले रियायत, CM केजरीवाल ने PM मोदी को लिखा पत्र

"मां कामाख्या की धरती पर झूठ न बोलें", असम के CM का केजरीवाल पर पलटवार