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Hindi News चुनाव 2024 लोकसभा चुनाव 2019 ‘चुनाव आयोग की बंगाल की तरह वाराणसी पर नजर क्यों नहीं है’

‘चुनाव आयोग की बंगाल की तरह वाराणसी पर नजर क्यों नहीं है’

रविवार को जिन सीटों पर चुनाव होने हैं उनमें कोलकाता उत्तर एवं कोलकाता दक्षिण, दम दम, बारासात, बशीरहाट, जादवपुर, डायमंड हार्बर, जयनगर (आरक्षित) और मथुरापुर (आरक्षित) सीट शामिल हैं। वाराणसी में भी 19 मई को मतदान होना है।

‘चुनाव आयोग की बंगाल की तरह वाराणसी पर नजर क्यों नहीं है’- India TV Hindi ‘चुनाव आयोग की बंगाल की तरह वाराणसी पर नजर क्यों नहीं है’

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव क्षेत्र वाराणसी को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को चुनाव आयोग से सवाल किये। मायावती ने ट्वीट किया, ‘‘पीएम श्री नरेन्द्र मोदी को वाराणसी में हर हाल में जितवाने की कोशिश में वहाँ की हर गली-कूचे व घर-घर में जो बाहरी लोगों के माध्यम से पहले लालच और फिर धमकी आदि दी जा रही है, उससे वहाँ मतदान स्वतंत्र व निष्पक्ष कैसे हो पाएगा? चुनाव आयोग की बंगाल की तरह वाराणसी पर नजर क्यों नहीं है?’’

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा की उन नौ सीटों के लिए एक दिन पहले बृहस्पतिवार को रात 10 बजे प्रचार समाप्त हो गया जहां अंतिम चरण में चुनाव होने हैं। देश में यह पहली बार हुआ है जब तय समय से 20 घंटे पहले चुनाव प्रचार खत्म कर दिया गया और ऐसा चुनाव आयोग के आदेश के मुताबिक हुआ। 

रविवार को जिन सीटों पर चुनाव होने हैं उनमें कोलकाता उत्तर एवं कोलकाता दक्षिण, दम दम, बारासात, बशीरहाट, जादवपुर, डायमंड हार्बर, जयनगर (आरक्षित) और मथुरापुर (आरक्षित) सीट शामिल हैं। वाराणसी में भी 19 मई को मतदान होना है।

भारतीय चुनाव के इतिहास में इस तरह की पहली कार्रवाई में चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की नौ सीट पर प्रचार को शुक्रवार शाम छह बजे समाप्त करने की बजाए बृहस्पतिवार को रात 10 बजे खत्म करने का बुधवार को आदेश दिया। अमित शाह के रोडशो के दौरान शहर में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई हिंसा के मद्देनजर यह आदेश दिया गया।