A
Hindi News चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज स्वर्ण मंदिर में राहुल गांधी की जेब किसने काटी? हरसिमरत कौर बादल ने Tweet कर लगाया सनसनीखेज आरोप

स्वर्ण मंदिर में राहुल गांधी की जेब किसने काटी? हरसिमरत कौर बादल ने Tweet कर लगाया सनसनीखेज आरोप

राहुल गांधी, बुधवार को पंजाब के एक दिवसीय दौरे पर थे। वह अमृतसर में स्वर्ण मंदिर भी गए थे जिस दौरान 20 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के कई उम्मीदवारों ने भी मत्था टेका।

rahul gandhi- India TV Hindi Image Source : PTI स्वर्ण मंदिर में राहुल गांधी की जेब किसने काटी- हरसिमरत का सवाल, कांग्रेस ने कहा, झूठी खबर

Highlights

  • बुधवार को पंजाब के एक दिवसीय दौरे पर थे राहुल गांधी
  • राहुल अमृतसर में स्वर्ण मंदिर भी गए थे जिस दौरान पार्टी के कई उम्मीदवारों ने भी मत्था टेका

चंडीगढ़: पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं शिरोमणि अकाली दल (शिअद) सांसद हरसिमरत कौर बादल ने शनिवार को सवाल किया, ‘‘श्री हरमंदिर साहिब में राहुल गांधी की जेब किसने काटी।’’ इस पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए उनसे कहा कि वह झूठी खबर नहीं फैलायें। गांधी, बुधवार को पंजाब के एक दिवसीय दौरे पर थे। वह अमृतसर में स्वर्ण मंदिर भी गए थे जिस दौरान 20 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के कई उम्मीदवारों ने भी मत्था टेका।

गांधी, उस शाम बाद में जालंधर भी गए जहां उन्होंने एक डिजिटल रैली को संबोधित किया। कांग्रेस नेता गांधी जब स्वर्ण मंदिर गए थे तब उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओ पी सोनी तथा प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू भी थे। हरसिमरत कौर ने सवाल किया, ‘‘श्री हरमंदिर साहिब में राहुल गांधी की जेब किसने काटी? चरणजीत चन्नी? शेरीओनटॉप? (नवजोत सिद्धू) या सुखजिंदर (उप मुख्यमंत्री रंधावा)? ये तीन लोग ही थे जिन्हें जेड-सुरक्षा ने उनके पास जाने की अनुमति दी थी। या यह ‘बेअदबी’ की घटनाओं के बाद हमारे सबसे पवित्र धर्मस्थल का नाम बदनाम करने का सिर्फ एक और प्रयास है।’’

हालांकि, उन्होंने कथित घटना के बारे में कोई अन्य जानकारी नहीं दी। हरसिमरत कौर पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने उनके पोस्ट को रीट्वीट किया और कहा, ‘‘हरसिमरत जी, जब ऐसा कुछ हुआ ही नहीं तो ऐसी झूठी खबरें फैलाना पवित्र गुरु घर की बेअदबी है। चुनावी गतिरोध चलेगा पर आपको जुम्मेवारी व परिपक्वता दिखानी चाहिये। हाँ, मोदी सरकार की कैबिनेट में बैठ काले क़ानूनों पर मोहर लगवाना मेहनती किसानों की जेब काटने जैसा ज़रूर है।’’

सितंबर, 2020 में कृषि कानूनों को लेकर इस्तीफा देने से पहले हरसिमरत कौर केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री थीं।

(इनपुट- एजेंसी)