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Hindi News भारत राष्ट्रीय कैटलस एंजाइम से हो सकता है कोरोना वायरस का इलाज, स्टडी में सामने आई बात

कैटलस एंजाइम से हो सकता है कोरोना वायरस का इलाज, स्टडी में सामने आई बात

एक अध्ययन में यह सामने आया है कि ‘कैटलस’ एंजाइम में कोविड-19 के लक्षणों का उपचार करने की क्षमता है और यह कोरोना वायरस को मानव शरीर के भीतर प्रजनन करने से रोक सकता है।

Catalase enzyme, Catalase enzyme Coronavirus, Catalase enzyme Covid-19, Catalase Coronavirus- India TV Hindi Image Source : WIKIMEDIA COMMONS/PUBLIC DOMAIN एक अध्ययन में यह सामने आया है कि ‘कैटलस’ एंजाइम में कोविड-19 के लक्षणों का उपचार करने की क्षमता है।

नई दिल्ली: पिछले कुछ महीनों से पूरी मानवजाति कोरोना वायरस से जूझ रही है। इस दौरान अच्छी खबरें कम और बुरी खबरें ज्यादा सुनने को मिल रही हैं। फिलहाल कोरोना वायरस के इलाज से जुड़ी एक अच्छी खबर सामने आई है। एक अध्ययन में यह सामने आया है कि ‘कैटलस’ एंजाइम में कोविड-19 के लक्षणों का उपचार करने की क्षमता है और यह कोरोना वायरस को मानव शरीर के भीतर प्रजनन करने से रोक सकता है। कैटलस एंजाइम का मुख्य कार्य शरीर के पदार्थों को हानिरहित करने के लिए हाइड्रोजन पेरोक्साइड के अपघटन की प्रतिक्रिया को उत्प्रेरित करना है।

कहां मिलता है कैटलस एंजाइम
बता दें कि ‘कैटलस’ प्राकृतिक रूप से उत्पन्न होता है और इसका इस्तेमाल सभी मानव, जानवरों तथा पौधों द्वारा किया जाता है। इसका मुख्य कार्य शरीर के पदार्थों को हानिरहित करने के लिए हाइड्रोजन पेरोक्साइड के अपघटन की प्रतिक्रिया को उत्प्रेरित करना है। कोशिकाओं की महत्वपूर्ण गतिविधियों के लिए कैटलस एंजाइम बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह कोशिकाओं को ऑक्सीजन के सक्रिय रूपों से विनाश से बचाता है। यह ऑक्सीकरण रोधी एंजाइम विश्वभर में आहार उत्पादन में इस्तेमाल किया जाता है और इसे पूरक आहार के रूप में भी लिया जाता है।

कोरोना को बढ़ने से रोकता है कैटलस
युनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, लॉस एंजिलिस (यूसीएलए) के अनुसंधानकर्ता युनफेंग लु ने कहा, ‘टीकों और विषाणु रोधी दवाओं पर काफी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इस बीच, हमारे अनुसंधान में पता चला है कि कैटलस एंजाइम सार्स-कोव-2 वायरस की वजह से उत्पन्न होने वाली अत्यधिक सूजन तथा सामान्य कारणों से होने वाली अत्यधिक सूजन का प्रभावी चिकित्सकीय समाधान है।’ अध्ययन रिपोर्ट पत्रिका ‘ऐडवांस्ड मैटरियल्स’ में प्रकाशित हुई है। अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि यह एंजाइम कोविड-19 के लक्षणों का उपचार करने और कोरोना वायरस को मानव शरीर के भीतर बढ़ने से रोक सकता है।

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