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Hindi News भारत राष्ट्रीय भीम-कोरेगांव हिंसा: सीजेआई के बाद अब जस्टिस भट्ट ने भी खुद को गौतम नवलखा मामले से किया अलग

भीम-कोरेगांव हिंसा: सीजेआई के बाद अब जस्टिस भट्ट ने भी खुद को गौतम नवलखा मामले से किया अलग

भीम-कोरेगांव हिंसा मामले में, गौतम नवलखा की याचिका पर आज एक और जज ने सुनवाई से खुद को अलग कर लिया। आज इस मामले पर सुनवाई कर रहे जस्टिस रविंदर भट्ट ने खुद को अलग किया।

<p>Gautam Navlakha</p>- India TV Hindi Gautam Navlakha

भीम-कोरेगांव हिंसा मामले में, गौतम नवलखा की याचिका पर आज एक और जज ने सुनवाई से खुद को अलग कर लिया। आज इस मामले पर सुनवाई कर रहे जस्टिस रविंदर भट्ट ने खुद को अलग किया। इससे पहले CJI रंजन गोगोई और जस्टिस रमन्ना समेत उनकी बेंच के तीनों जजों ने खुद को इस सुनवाई से अलग किया था, अब कल इस मामले पर कोई और बेंच सुनवाई करेगी। 

बता दें कि गौतम नवलखा को मिली अंतरिम सुरक्षा कल खत्म हो रही है। भीमा कोरेगांव मामले में नवलखा को आरोपी बनाया गया है। उन्होंने अदालत में अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने के लिए याचिका दाखिल की हुई है। चार अक्तूबर को मामले की अगली सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है।

सीजेआई के बाद तीसरे जज ने नाम वापस लिया 

सबसे पहले मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने सामाजिक कार्यकर्ता नवलखा की याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद मंगलवार को उनकी याचिका जस्टिस एन.वी. रमण, जस्टिस बी.आर. सुभाष रेड्डी और जस्टिस बी.आर.गवई की पीठ के समक्ष आई थी। मगर जस्टिस गवई ने भी खुद को सुनवाई से अलग कर दिया। फिर उनकी याचिका जस्टिस एस रविंद्र भट्ट की पीठ के समक्ष आई। जिन्होंने इसपर सुनवाई से किनारा कर लिया है। 

हाईकोर्ट रद्द कर चुका है अपील 

13 सितंबर को बॉम्बे उच्च न्यायालय ने नवलखा की एफआईआर रद्द करने की अपील खारिज कर दी थी। अदालत ने कहा था कि पहली नजर में इस मामले में सच्चाई दिखाई देती है। इसमें गहनता से और पूरी जांच की जरूरत है। 

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