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Hindi News भारत राष्ट्रीय मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में नया पेंच! क्यों टली 7 तारीख, क्या सहयोगी दलों से नहीं बन रही बात

मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में नया पेंच! क्यों टली 7 तारीख, क्या सहयोगी दलों से नहीं बन रही बात

Narendra Modi Cabinet Expansion: मंत्रिमंडल में वैकेंसी तो करीब 27 मंत्रियों की है लेकिन इस विस्तार में 20 नेताओं को जगह मिलने की ख़बर है। मंत्री पद के दावेदारों में कई नाम चल रहे हैं, इनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुशील कुमार मोदी और सर्बानंद सोनोवाल जैसे हैवीवेट नाम शामिल हैं।

नई दिल्ली. नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार की कवायद तेज़ है, लेकिन इसमें नया पेंच फंस गया है। NDA के एलायंस पार्टनरों से बीजेपी की बातचीत जारी है। इसी वजह से लिस्ट पूरी तरह फाइनल नहीं हो पा रही है। बातचीत पूरी होने के बाद ही मंत्रिमंडल विस्तार का टाइम फिक्स होगा। दरअसल मामला जेडीयू को लेकर फंसा है। सूत्रों का दावा है कि जेडीयू 2 कैबिनेट और 2 MOS चाहती है, जबकि बीजेपी उसे एक कैबिनेट और एक MOS पद देना चाहती है। सूत्रों का दावा है कि इसे हफ्ते मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार होना था, इसके लिए 7 तारीख भी तय हो गई थी लेकिन जेडीयू से जारी बातचीत की वजह से ये टल गई है। 

किसे-किसे मिल सकती है मोदी मंत्रिमंडल में जगह
मंत्रिमंडल में वैकेंसी तो करीब 27 मंत्रियों की है लेकिन इस विस्तार में 20 नेताओं को जगह मिलने की ख़बर है। मंत्री पद के दावेदारों में कई नाम चल रहे हैं, इनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुशील कुमार मोदी और सर्बानंद सोनोवाल जैसे हैवीवेट नाम शामिल हैं। इनके अलावा मनोज तिवारी, हिना गावित और राहुल कासवान जैसे युवाओं के नाम भी संभावित मंत्रियों में शुमार हैं।

सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार में कर्नाटक से कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे को हराने वाले उमेश जाधव को भी जगह मिल सकती है। कर्नाटक से दूसरा नाम लिंगायत समुदाय से आने वाले शिव कुमार उदासी या बी वाई राघवेंद्र में से किसी एक का हो सकता है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे, यूपी से अपना दल की अनुप्रिया पटेल, ओडिशा से अश्विनी वैष्णव, पश्चिम बंगाल से शांतनु ठाकुर और दिलीप घोष, बिहार से जेडीयू के आरसीपी सिंह, लल्लन सिंह और संतोष कुशवाहा, हरियाणा से सुनीता दुग्गल, लद्दाख से जामयांग नामग्याल। हालांकि मंत्रिमंडल को लेकर अंतिम तस्वीर तभी साफ होगी, जब नए मंत्री शपथ लेंगे। 

इन मंत्रियों पर लोड ज्यादा!

  1. फिलहाल पीयूष गोयल रेल मंत्रालय के साथ-साथ वाणिज्य मंत्रालय और उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय देख रहे हैं।
  2. रविशंकर प्रसाद कानून मंत्रालय के साथ-साथ दूरसंचार मंत्रालय और आईटी मिनिस्ट्री संभाल रहे हैं।
  3. नितिन गडकरी रोड ट्रांसपोर्ट और हाईवे मिनिस्ट्री के साथ MSME मंत्रालय चला रहे हैं।
  4. नरेंद्र सिंह तोमर के पास 4 मंत्रालयों का काम है- कृषि मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, पंचायती राज मंत्रालय और खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय।
  5. प्रकाश जावडेकर के पास पर्यावरण मंत्रालय के अलावा सूचना-प्रसारण मंत्रालय और भारी उद्योग मंत्रालय का काम है।
  6. डॉ. हर्षवर्धन के पास स्वास्थ्य मंत्रालय है। उसके साथ-साथ वो विज्ञान-प्रौद्योगिकी और अर्थ साइंस मिनिस्ट्री देख रहे हैं।
  7. प्रह्लाद जोशी संसदीय कार्य मंत्रालय के साथ-साथ कोयला मंत्रालय और खनन मंत्रालय चला रहे हैं।

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