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Hindi News भारत राष्ट्रीय JNU छात्र प्रदर्शन के दौरान युवती ने IPS अधिकारी का अंगूठा काटा

JNU छात्र प्रदर्शन के दौरान युवती ने IPS अधिकारी का अंगूठा काटा

2011 बैच के अधिकारी इंगित प्रताप सिंह प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेले जाने के दौरान एक प्रदर्शनकारी युवती द्वारा उनका अंगूठा काट लिए जाने के कारण घायल हो गए।

 Jawaharlal Nehru University (JNU) - India TV Hindi Image Source : PTI   Police detain Jawaharlal Nehru University (JNU) students who were protesting outside the Shastri Bhawan against January 5 violence on the university campus, in New Delhi.

नई दिल्ली। राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ रहे जेएनयू प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेलने के दौरान गुरुवार को एक महिला प्रदर्शनकारी ने एक आईपीएस अधिकारी के अंगूठे पर काट लिया। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने छात्रों का राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ने का आह्वान किया था। उसी के बाद प्रदर्शनकारी वहां एकत्र हुए जो विश्वविद्यालय के कुलपति एम जगदीश कुमार को पद से हटाने की मांग करने के लिए राष्ट्रपति भवन जाना चाहते थे।

2011 बैच के अधिकारी इंगित प्रताप सिंह प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेले जाने के दौरान एक प्रदर्शनकारी युवती द्वारा उनका अंगूठा काट लिए जाने के कारण घायल हो गए । सूत्रों के अनुसार, सिंह एक पुरूष प्रदर्शनकारी को खींचने की कोशिश कर रहे थे, तभी युवती ने अपने मित्र को बचाने की कोशिश में अधिकारी के अंगूठे पर काट लिया।

जेएनयू के कुलपति को हटाना समाधान नहीं: HRD सचिव

छात्रों और अध्यापकों के एक धड़े द्वारा जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार को हटाने की मांग के बीच बृहस्पतिवार को मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने उन्हें हटाने से इनकार किया। मंत्रालय ने कहा कि कुलपति को हटाना समाधान नहीं है और सरकार का ध्यान परिसर में उठे मुद्दों का निपटारा करना है।

हालांकि, मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि छात्रों और प्रशासन के साथ बैठक के दौरान तय ‘फार्मूला’ को लागू करने की जरूरत है। कुलपति सहित विश्वविद्यालय के अधिकारियों को छात्रों के दावे पर बातचीत के लिए शुक्रवार को मंत्रालय बुलाया गया है। छात्रों का दावा है कि एचआरडी के दखल के दौरान तय संशोधित शुल्क को लागू नहीं किया गया है।

मानव संसाधन विकास सचिव अमित खरे ने जेएनयू छात्र संघ और अध्यापक संघ के प्रतिनिधियों के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की, जहां उन्होंने कुलपति को हटाने की मांग रखी। खरे ने कहा, ‘‘कुलपति को हटाना समाधान नहीं है। बुनियादी मुद्दा, जिसपर सारी समस्या पैदा हुई है, पहले उसका समाधान करने की जरूरत है। मुद्दे के समाधान के लिए एक्स, वाई, जेड को बदलना महत्वपूर्ण नहीं है। दलील के मुख्य आधार का समाधान करने की जरूरत है।’’

छात्र संघ को आधिकारिक तौर पर अधिसूचित नहीं किए जाने के छात्रों के मुद्दे पर उन्होंने कहा, ‘‘मंत्रालय का ध्यान शैक्षाणिक मुद्दों पर है, ना कि राजनीतिक मुद्दों पर।’’ मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कुलपति और उनकी टीम से मुलाकात के बाद शुक्रवार को छात्रों को फिर से मिलने के लिए बुलाया है।

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