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Hindi News भारत राष्ट्रीय Manipur: मणिपुर में बड़ा हादसा, लैंडस्लाइड से धंसा आर्मी कैंप, अब तक 14 लोगों की मौत

Manipur: मणिपुर में बड़ा हादसा, लैंडस्लाइड से धंसा आर्मी कैंप, अब तक 14 लोगों की मौत

Manipur: जिला प्रशासन आस-पास के ग्रामीणों को सावधानी बरतने और जल्द से जल्द जगह खाली करने की सलाह दी है। एडवाइजरी में कहा गया है कि मलबे की वजह से इजाई नदी ब्लॉक हो गई है। जिससे एक ही जगह पर जल भराव के कारण बांध जैसी स्थिति बन गई है।

Manipur landslide- India TV Hindi Image Source : ANI Manipur landslide

Highlights

  • जिला प्रशासन ने आस-पास के लोगों को जारी की एडवाजरी
  • एडवाइजरी में कहा गया है कि मलबे की वजह से इजाई नदी ब्लॉक हो गई है
  • जिससे एक ही जगह पर जल भराव के कारण बांध जैसी स्थिति बन गई है

Manipur: मणिपुर में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश जारी है। बारिश की वजह से लैंडस्लाइड की घटनाएं हो रही हैं। बुधवार रात नोनी जिले के तुपुल रेलवे स्टेशन के पास हुए लैंडस्लाइड की चपेट में 107 टेरिटोरियल आर्मी का कैंप आ गया। इस हादसे के बाद दर्जनों जवान मिट्टी में दब गए।

खबरों के मुताबिक, टेरिटोरियल आर्मी के अब तक 14 शव बाहर निकाले जा चुके हैं, जबकि अभी तक 19 जवानों को रेस्क्यू किया गया है। वहीं, 30-40 से ज्यादा जवान मिटटी में अभी दबे हुए हैं। पीएम मोदी ने मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह से बात कर स्थिति की जानकारी ली और केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। बीरेन सिंह ने इस हादसे को लेकर एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। घायलों की मदद के लिए डॉक्टरों की एक टीम मौके पर रवाना की गई है।

मलबे में आम लोगों के भी दबे होने की आशंका

घायलों को इलाज के लिए नोनी आर्मी मेडिकल यूनिट लाया गया है। भूस्खलन के वजह से इजाई नदी का बहाव रुक गया है। यह नदी तामेंगलोंग और नोनी जिलों से होकर बहती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ नागरिकों के भी मलबे में दबे होने की आशंका है।

एक अधिकारी का कहना है कि खराब मौसम की वजह से रेस्क्यू मिशन में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। सेना के हेलिकॉप्टर भी मौके पर पहुंच चुके हैं।

वहीं घटना के बारे मणिपुर के DGP ने बताया कि, "मलबे से अभी तक 23 लोगों को निकाला जा चुका है। जिनमें से 14 लोगों की मौत हो गई। अभी और लोगों की तलाश जारी है। मलबे में कितने लोग  दबे हुए हैं, इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अभी भी ग्रामीणों, सेना और रेल कर्मियों, मजदूरों सहित 60 लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं।" 

निचले इलाकों में ज्यादा तबाही का खतरा

जिला प्रशासन आस-पास के ग्रामीणों को सावधानी बरतने और जल्द से जल्द जगह खाली करने की सलाह दी है। एडवाइजरी में कहा गया है कि मलबे की वजह से इजाई नदी ब्लॉक हो गई है। जिससे एक ही जगह पर जल भराव के कारण बांध जैसी स्थिति बन गई है। अगर यह टूट गया तो निचले इलाकों में और ज्यादा तबाही मच सकती है।

गौरतलब है कि असम और मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश समेत पूर्वोत्तर के कई राज्यों में लगातार बारिश से बाढ़ के हालात बने हुए हैं। असम में तो 10 दिनों में अब तक करीब 135 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लाखों लोग प्रभावित हैं। वहीं, मौसम विभाग के मुताबिक, अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर और सिक्किम में आगे भी बारिश के आसार बने हुए हैं।

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