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Hindi News भारत राजनीति अडानी ग्रुप मामले पर विपक्षी सदस्यों का हंगामा, लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित

अडानी ग्रुप मामले पर विपक्षी सदस्यों का हंगामा, लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित

लोकसभा अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, कांग्रेस समेत लगभग सभी विपक्षी दलों के सदस्य आसन के पास आकर नारेबाजी करने लगे। वे अडाणी समूह को लेकर आई उक्त रिपोर्ट पर चर्चा कराने की और समूह की कारोबारी प्रक्रियाओं की जांच कराने की मांग कर रहे थे।

ओम बिरला, लोकसभा अध्यक्ष- India TV Hindi Image Source : PTI ओम बिरला, लोकसभा अध्यक्ष

नयी दिल्ली: संसद के दोनों सदनों में आज विपक्षी दल के नेताओं ने जमकर हंगामा किया जिसके चलते बजट सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही नहीं हो पाई। लोकसभा में बृहस्पतिवार को कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने अडानी ग्रुप से जुड़े मामले पर चर्चा की मांग करते हुए नारेबाजी की जिस वजह से सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजकर करीब पांच मिनट पर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की बैठक स्थगित होने के बाद जब अपराह्न दो बजे फिर शुरू हुई तो हंगामा जारी रहा। कई सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। शोर-शराबे के बीच सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने आवश्यक कागजात सदन के पटल पर रखवाए।

संसदीय कार्य मंत्री  प्रह्लाद जोशी ने हाथ जोड़कर चर्चा की अपील की

संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से सदन चलने देने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रपति महोदया (द्रौपदी मुर्मू) ने दोनों सदनों को संबोधित किया है। अभिभाषण पर लाए जाने वाले धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा महत्वपूर्ण होती है। यह उनका (राष्ट्रपति मुर्मू का) पहला अभिभाषण है। इस पर चर्चा करिये। सदन चर्चा के लिए होता है।’’ जोशी ने कहा, ‘‘आपसे हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं कि चर्चा आरंभ करिये।’’ पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने भी विपक्षी सदस्यों से सदन चलने देने की अपील की। हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने अपराह्न दो बजकर करीब पांच मिनट पर सभा की बैठक शुक्रवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। 

इससे पहले, संसद के बजट सत्र के दूसरे दिन लोकसभा की बैठक शुरू होने पर अध्यक्ष ओम बिरला ने भारत दौरे पर आईं जाम्बिया गणराज्य की नेशनल असेंबली की स्पीकर नेली मुट्टी और वहां के संसदीय शिष्टमंडल का सदन की ओर से स्वागत किया। जाम्बिया के शिष्टमंडल के सदस्य इस दौरान सदन की विशेष दीर्घा में बैठे थे। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, कांग्रेस समेत लगभग सभी विपक्षी दलों के सदस्य आसन के पास आकर नारेबाजी करने लगे। वे अडाणी समूह को लेकर आई उक्त रिपोर्ट पर चर्चा कराने की और समूह की कारोबारी प्रक्रियाओं की जांच कराने की मांग कर रहे थे। 

हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों से उनके स्थान पर जाने की अपील करते हुए बिरला ने प्रश्नकाल चलने देने का अनुरोध किया और कहा कि बिना तथ्यों के कोई बात नहीं की जानी चाहिए। इस दौरान अध्यक्ष बिरला ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्य पूनम मदाम को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) से संबंधित पूरक प्रश्न पूछने को कहा, लेकिन हंगामे के बीच वह पूरक प्रश्न नहीं पूछ सकीं। अध्यक्ष बिरला ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा, ‘‘प्रश्नकाल महत्वपूर्ण समय होता है। विधान मंडल अध्यक्षों के (हाल में हुए) सम्मेलन में चिंता व्यक्त करते हुए कहा गया था कि प्रश्नकाल चलना चाहिए।’’ उन्होंने विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘‘आप बुनियादी सवाल उठाएं। मैं आपको पर्याप्त समय दूंगा। आप सदन की मर्यादा नहीं रखना चाहते। बिना तथ्यों के कोई बात नहीं कीजिए।’’ 

हंगामा नहीं थमने पर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही कुछ ही मिनट बाद अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी। सदन की बैठक फिर शुरू होने से पहले कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद के मौजूदा बजट सत्र में अपनी रणनीति को लेकर बैठक की और अडाणी समूह से संबंधित मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग उठाने का फैसला किया। विपक्षी दलों की मांग है कि इस मामले पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन किया जाए या फिर उच्चतम न्यायालय की निगरानी में इसकी जांच हो। 

इनपुट-भाषा

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