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Hindi News धर्म त्योहार Budhwar Ke Upay: बुधवार के दिन इन उपायों को करने से जीवन भर बनी रहेगी मां लक्ष्मी की कृपा, होगा लाभ ही लाभ

Budhwar Ke Upay: बुधवार के दिन इन उपायों को करने से जीवन भर बनी रहेगी मां लक्ष्मी की कृपा, होगा लाभ ही लाभ

Budhwar Ke Upay:अगर आप भी अपने सौभाग्य को सुनिश्चित करना चाहते हैं और अपनी हर मनोकामना को पूरा करना चाहते हैं, तो इस दिन आपको कुछ खास उपाय जरूर करने चाहिए।

Budhwar Ke Upay- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Budhwar Ke Upay

Budhwar Ke Upay: 24 मई को ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि और बुधवार का दिन है। पंचमी तिथि 24 मई को देर रात 3 बजकर 1 मिनट तक रहेगी। उसके बाद दोपहर 3 बजकर 6 मिनट से शुरू होकर 25 मई  की शाम 5 बजकर 56 मिनट तक सभी कार्यों में सफलता दिलाने वला रवि योग रहेगा। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार, इस योग के प्रभाव से आपके सारे काम बन सकते हैं। इस योग में किया गया कार्य जरूर सफल होता है। सूर्य के प्रभाव वाला ये रवि योग बहुत ही प्रभावशाली है।  सूर्य की ऊर्जा से भरपूर होने के कारण इस योग में किए गए कार्य को कोई बिगाड़ नहीं सकता है, ये शुभ फल ही देता है। 

ऐसे में अगर आप भी अपने सौभाग्य को सुनिश्चित करना चाहते हैं और अपनी हर मनोकामना को पूरा करना चाहते हैं, तो इस दिन आपको कुछ खास उपाय जरूर करने चाहिए। तो चलिए इस लेख के जरिए जानते हैं बुधवार के दिन आप कौन-से उपाय करके लाभ उठा सकते हैं।

  1. अगर आप किसी नए काम की शुरुआत करना चाहते हैं तो इसके लिए पुनर्वसु नक्षत्र में ऑफिस या दुकान के मुख्य द्वार के ऊपर बांस के छः-छः इंच के दो टुकड़े लगाएं और ध्यान रहे कि उसके दोनों सिरे खुले हुए होने चाहिए। अगर बांस न मिले तो बांस से बनी बांसुरी को उपयोग में ला सकते हैं और उनके साथ एक मोर का पंख भी लगा दें। ऐसा करने से आपके नये काम में तरक्की ही तरक्की होगी। 
  2. अगर आप अपनी कला को निखारना चाहते हैं, तो इस दिन आपको उचित स्थान पर देवी लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करनी चाहिए और वहीं पास में ही एक छोटी-सी रंगोली बनानी चाहिए। अब देवी मां के सामने और उस रंगोली के बींचो-बीच एक घी का दीपक जलाना चाहिए और देवी मां की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए।  साथ ही अपने हाथों से ताजे फूलों की माला बनाकर देवी मां को चढ़ानी चाहिए। ऐसा करने से आपकी कला निखरेगी और समाज में आपका नाम बढ़ेगा। 
  3. अगर आप अपने मन पसंद जीवनसाथी विवाह करना चाहते हैं और उसमें कोई अड़चन आ रही है या फिर आपकी कन्या के विवाह से संबधित कोई परेशानी है तो पुनर्वसु नक्षत्र में श्री विष्णु और मां लक्ष्मी की मूर्ती या तस्वीर के आगे आसन पर बैठकर “ऊं लक्ष्मी नारायणाय नमः” मंत्र का एक माला जाप करें और अगर संभव हो तो स्फटिक की माला से जाप करें। जाप के बाद भगवान को भूने हुए आटे में पिसी हुई शक्कर का भोग लगाएं। ऐसा करने से आपके मन पसंद जीवनसाथी या आपकी कन्या के विवाह में आ रही हर प्रकार की अड़चन दूर होगी। 
  4. अगर आपकी तमाम कोशिशों के बाद भी आपको कार्यक्षेत्र में मनचाही सफलता नहीं मिल पा रही है, तो इस दिन स्नान आदि के बाद मंदिर जाकर भगवान को पुष्प अर्पित कर हाथ जोड़कर प्रणाम करें और फिर भगवान से मनचाही सफलता पाने के लिए प्रार्थना करें। ऐसा करने से आपको अपने कार्यक्षेत्र में मनचाही सफलता जरूर मिलेगी। 
  5. आपके घर में धन-दौलत तो बहुत है, लेकिन परिवार के सदस्यों के बीच सामंजस्य नहीं है तो इसके लिए पुनर्वसु नक्षत्र में दो बांसुरी लेकर उसे अपने घर की बीम के दोनों तरफ लाल कपड़े के फिते से बांध दें और ध्यान रहे कि बांसुरी का मुंह आपके घर के मुख्य दरवाजे की ओर रहे। ऐसा करने से आपके परिवार के आपसी संबंधों में धीरे-धीरे करके सुधार आने लगेगा। 
  6. अगर आप अपनी योग्यता के बल पर सरकारी क्षेत्र में उच्च पद प्राप्त करना चाहते हैं, तो पुनर्वसु नक्षत्र के दौरान घर के आस-पास किसी मंदिर या स्थल की साफ-सफाई में अपना योगदान दें। साथ ही बृहस्पति जी के मंत्र का 11 बार जप करें। मंत्र इस प्रकार है - 'ऊँ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: बृहस्पतये नम:'  ऐसा करने से आप अपनी योग्यता के बल पर सरकारी क्षेत्र में उच्च पद प्राप्त करने में सफल होंगे। 

(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)

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