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Hindi News टेक न्यूज़ पहले ट्विटर का लोगो अब उसका हैंडल, मस्क ने x के नाम की अपनी कंपनी

पहले ट्विटर का लोगो अब उसका हैंडल, मस्क ने x के नाम की अपनी कंपनी

Twitter's Logo: ट्विटर ने लाइव ब्रेकिंग न्यूज के इर्द-गिर्द अपनी प्रतिष्ठा बनाई है, जिससे यह राजनीतिक या मनोरंजन कार्यक्रमों के दौरान लाखों लोगों के लिए पसंदीदा मंच बन गया है। अब मस्क इसकी पहचान बदलने की कोशिश कर रहे हैं।

Twitter Name- India TV Hindi Image Source : FILE Twitter Name

Twitter's logo: ट्विटर एक ऐसी कंपनी जो सुबह से लेकर शाम तक चर्चा के केंद्र में रहती है। कभी किसी बड़े नेता के बयान के चलते हो रहे ट्रोल की वजह से तो किसी दिन खुद कंपनी के अंदर हुए बड़े बदलाव के कारण। हाल ही में कंपनी के नाम में बदलाव किया गया है। ट्विटर को 'X' नाम दिया गया है, जो कंपनी के मालिक एलन मस्क की कंपनी स्पेस X से मिलता है। मस्क ने ट्विटर का नाम मिटाने के लिए पहले कंपनी खरीदी फिर लोगो बदला अब ट्विटर का ऑफिशियल हैंडल ही @X कर दिया है। बता दें कि एलन मस्क जब से ट्विटर के मालिक बने हैं वह इस प्लेटफॉर्म पर नए-नए एक्सपेरीमेंट कर रहे हैं। अब आपको ट्विटर पर जाने के लिए सर्च इंजन में Twitter.com नहीं दर्ज करना होगा बल्कि आप अगर X.com लिखते हैं तो आप डायरेक्ट ट्विटर के पेज पर ही पहुंच जाएंगे। यानी अब ट्विटर Twitter.com नहीं रहा बल्कि अब इसे X.com से पहचाना जाएगा। 

ट्विटर के लिए आया नया URL

ट्विटर के नए लोगो, नया नाम के साथ अब एलन मस्क ने इसके लिए नया URL भी पेश कर दिया है। अगर आप ट्विटर के लिए X.com लिखते हैं तो सीधे ट्विटर के ऑफिशियल पेज पहुंच जाएंगें। बता दें कि यह कोई नया फैसला नहीं है। जब उन्होंने ट्विटर को खरीदा था तब ही इस बात को क्लीयर कर दिया था। उन्होंने कहा था कि ट्विटर को खरीदना X की शुरुआत का यह सबसे बड़ा कदम बनेगा। आपको बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही एलन मस्क ने ट्विटर पर एक और बदलाव किया था। हालांकि यह बदलाव यूजर्स के लिए था। उन्होंने अब ट्विटर पर DM यानी डायरेक्ट मैसेज करने की लिमिट भी सेट कर दी है। अनवेरिफाइड यूजर्स अब लिमिटेड डीएम ही कर पाएंगे। 

थ्रेड्स के आने से ट्विटर पर पड़ा है असर

IT कंपनी मेटा ने जब सोशल नेटवर्किंग मंच थ्रेड्स को पेश किया था, तो कुछ ही दिनों में इसके 10 करोड़ यूजर्स हो गए थे। इसके बाद इसे ‘ट्विटर-किलर’ जैसी उपाधियां दी गई थी, लेकिन ट्विटर के अन्य प्रतिद्वंद्वियों की तरह थ्रेड्स का प्रभाव भी कम होता दिख रहा है। नए ऐप पर निगरानी रखने वाली फर्म सेंसर टॉवर ने संकेत दिया है कि इसकी चर्चा बहुत कम हो गई है और थ्रेड्स के एक्टिव यूजर्स में 20 प्रतिशत की कमी देखी गई है। ऐप पर बिताया गया औसत समय 20 मिनट से 50 प्रतिशत गिरावट के साथ 10 मिनट तक रह गया है। इसी महीने थ्रेड्स के आने के तुरंत बाद ट्विटर पर ट्रैफिक में लगभग पांच प्रतिशत गिरावट आई थी।