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Hindi News तेलंगाना मुस्लिम धोबियों को मुफ्त बिजली देगी तेलंगाना सरकार, असदुद्दीन ओवैसी ने की थी मांग

मुस्लिम धोबियों को मुफ्त बिजली देगी तेलंगाना सरकार, असदुद्दीन ओवैसी ने की थी मांग

तेलंगाना की सरकार ने मुस्लिम समुदाय के धोबियों को हर महीने 250 यूनिट मुफ्त बिजली देने का एलान किया है। यह सुविधा सूबे में पिछड़े वर्ग के धोबियों को दोने का एलान पहले ही हो गया था।

Telangana News, Telangana Free Electricity, Telangana Election- India TV Hindi Image Source : FILE तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी।

हैदराबाद: तेलंगाना की सरकार ने मुस्लिम समुदाय के धोबियों को मुफ्त बिजली योजना का लाभ देने का फैसला किया है। बता दें कि यह लाभ पहले पिछड़े वर्ग के धोबियों को भी दिया जाता था। यह आदेश कांग्रेस पार्टी की गृह ज्योति योजना के तहत हर महीने 200 यूनिट मुफ्त बिजली की गारंटी के एलान के बाद आया है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया है कि हैदराबाद से सांसद और AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि मुस्लिम धोबियों को भी पिछड़े वर्ग की तरह मुफ्त बिजली दी जानी चाहिए।

पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने जारी की थी विज्ञप्ति
मंगलवार को जारी एक आधिकरिक विज्ञप्ति में इस बारे में जानकारी देते हुए कहा गया कि पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने पिछड़ी जाति के धोबियों के लिए धोबी घाटों और कपड़े धोने की दुकानों पर प्रति माह 250 यूनिट तक मुफ्त बिजली सप्लई की योजना लागू की है। विज्ञप्ति में कहा गया, ‘सरकार पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में G.O.Ms.No.02, पिछड़ा वर्ग कल्याण (डी) विभाग, दिनांक 04.04.2021 के माध्यम से धोबी घाटों, कपड़े धोने की दुकानों आदि के लिए बीसी जाति धोबी वॉशरमैन के लिए हर महीने 250 यूनिट तक मुफ्त बिजली सप्लाई की योजना लागू कर रही है।’

चुनावों को देखते हुए सरकार ने लिया ये फैसला!
मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के इस आदेश को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। विपक्षी दलों का आरोप है कि चंद्रशेखर राव ने चुनावों को देखते हुए ये घोषणा की है। तेलंगाना सरकार के इस आदेश के पीछे कांग्रेस की 'गृह ज्योति योजना' को माना जा रहा है जिसके तहत पार्टी ने सत्ता में आने पर हर महीने 200 यूनिट फ्री बिजली देने का वादा किया है। सूबे में इस साल के अंत तक चुनाव होने हैं और माना जा रहा है कि यहां बीजेपी, बीआरएस और कांग्रेस में त्रिकोणीय मुकाबला होगा। यही वजह है कि तेलंगाना में वादों और घोषणाओं का दौर शुरू हो चुका है।