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Hindi News उत्तर प्रदेश 2007 में आजम खां ने ही निरस्त कराया था सपा कार्यालय का आवंटन, भाजपा विधायक ने पेश किया लेटर

2007 में आजम खां ने ही निरस्त कराया था सपा कार्यालय का आवंटन, भाजपा विधायक ने पेश किया लेटर

सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान ने खुद ही साल 2007 में रामपुर में समाजवादी पार्टी के कार्यालय का आवंटन निरस्त कराया था। इस बात का खुलासा भाजपा विधायक आकाश सक्सेना ने किया है और साथ ही आजम खान द्वारा जारी उस पत्र की कॉपी भी दिखाई है जिसमें आवंटन वापस लेने को कहा गया था।

azam khan- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान

रामपुर: भाजपा विधायक आकाश सक्सेना ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि 2007 में आजम खां ने खुद ही नगर मजिस्ट्रेट को पत्र के माध्यम से सपा कार्यालय का आवंटन निरस्त कराया था। बीजेपी विधायक ने आजम के इस उस आदेश की कॉपी भी जारी की है। बता दें कि पूर्व में जिला बेसिक शिक्षाधिकारी के कार्यालय में समाजवादी पार्टी का दफ्तर था। उसी कार्यालय से समाजवादी पार्टी की सभी राजनीतिक गतिविधियां होती थीं। लेकिन बाद में आजम खां ने उसी कार्यालय की जमीन को रामपुर पब्लिक स्कूल के नाम से आवंटित करा लिया। 

स्कूल के नाम पर जमीन लेकर की राजनीतिक गतिविधियां

जब आजम खां ने उस कार्यालय की जमीन को स्कूल के नाम से आवंटित कराया तो यह प्रमुख शर्त थी कि उस जमीन पर कोई भी राजनीतिक गतिविधि नहीं होगी। लेकिन, आजम खां ने उस जमीन के एक हिस्से में जौहर ट्रस्ट से संचालित रामपुर पब्लिक स्कूल की एक शाखा खोल दी। जबकि, दूसरे हिस्से में दारूल अवाम नाम से कार्यालय संचालित कर लिया, जिसमें सपा कार्यालय संचालित होने लगा और उसी कार्यालय में कई बार लोकसभा उपचुनाव और विधानसभा उपचुनाव को लेकर बैठकें और सभाएं आयोजित की गईं।

आवंटन निरस्त कराने के बाद चलाने लगे सपा कार्यालय 

वहीं शासन से निर्धारित शर्तों के उल्लंघन को लेकर भाजपा विधायक आकाश सक्सेना ने शासन से शिकायत कर दी, जिसके बाद जांच कराई गई। जांच में शिकायत सही पाई गई और प्रदेश सरकार ने कैबिनेट के फैसले के बाद लीज आवंटन निरस्त कर दिया। अब इसको लेकर भाजपा विधायक आकाश सक्सेना ने नया खुलासा किया है। भाजपा विधायक आकाश सक्सेना ने बताया है कि 2007 में बेसिक शिक्षा विभाग की आवंटित जमीन को लेकर खुद आजम खां ने ही आवंटन निरस्त कराया था। यह आवंटन निरस्त कराने के बाद उन्होंने अपना स्कूल खोल लिया और अवैध तरीके से सपा का कार्यालय चलाने लगे। लेकिन, हकीकत यह है कि 2007 के बाद से रामपुर में सपा का कार्यालय ही नहीं है।

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