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Hindi News उत्तर प्रदेश पथरी के ऑपरेशन में मरीज की गई जान, गाजियाबाद का अस्पताल हुआ सील

पथरी के ऑपरेशन में मरीज की गई जान, गाजियाबाद का अस्पताल हुआ सील

30 साल के एक मरीज की कथित तौर पर गुर्दे की पथरी निकालने के दौरान मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने जांच लंबित रहने तक अस्पताल को सील कर दिया है।

जांच लंबित रहने तक स्पर्श अस्पताल सील- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO जांच लंबित रहने तक स्पर्श अस्पताल सील

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। गाजियाबाद के शालीमार गार्डन इलाके में एक अस्पताल में 
एक मरीज के पथरी के ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने स्पर्श अस्पताल को मौत की जांच पूरी होने तक सील कर दिया है। बताया जा रहा है कि 30 साल के एक मरीज की कथित तौर पर गुर्दे की पथरी निकालने के दौरान मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने जांच लंबित रहने तक अस्पताल को सील कर दिया है। प्रशासन ने इसके साथ ही चार डॉक्टरों की एक समिति गठित की है जो अस्पताल चलाने वाले दस्तावेजों की वैधता के साथ-साथ डॉक्टरों की मेडिकल डिग्री की भी जांच करेगी। 

पथरी निकालने के लिए दो बार किया भर्ती
सोमवार को गाजियाबाद के शालीमार गार्डन स्थित स्पर्श अस्पताल में गुर्दे से पथरी निकालने के ऑपरेशन के बाद 30 साल के युवक की मौत हो गई थी। करीब 15 दिन पहले डॉक्टरों ने उसके पित्ताशय (गॉल ब्लैडर) की पथरी का ऑपरेशन किया था, लेकिन उसके पैरों में सूजन आने के कारण सोमवार को दोपहर बाद उसे फिर से इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मृतक के परिवार के सदस्यों ने पुलिस को बताया कि दूसरी बार डॉक्टरों ने पथरी निकालने के लिए उसके गुर्दे का ऑपरेशन किया, लेकिन ऑपरेशन के दौरान उसकी मौत हो गई। 

मौत की बात डॉक्टरों ने की छिपाने की कोशिश 
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भवतोष शंखधर ने बताया कि मामले में चिकित्सकीय लापरवाही बरतने के आरोपों की जांच चार डॉक्टरों की समिति करेगी और दोषी पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मृतक के पिता ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि उनके बेटे की सोमवार शाम चार बजे मौत हो गई लेकिन डॉक्टरों ने यह बात उनसे छिपाई। पुलिस ने बताया कि मंगलवार की सुबह कॉलोनी के लोगों ने अस्पताल के बाहर जमा होकर हंगामा किया और यातायात जाम कर दिया। उन्होंने कर्मचारियों और डॉक्टरों के साथ भी कथित मारपीट की, जिससे बचने के लिए कर्मचारियों ने खुद को अस्पताल के एक कमरे में बंद कर लिया। 

डॉक्टरों के खिलाफ होगी कड़ी कानूनी कार्रवाई
सहायक पुलिस आयुक्त, साहिबाबाद भास्कर राव ने बताया कि पुलिस को मृतक के पिता की तहरीर मिली है जिसे जांच के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भेजा गया है। उन्होंने बताया कि अगर पीड़ित का ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों के पास वैध डिग्री नहीं होगी तो उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 

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