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Hindi News उत्तर प्रदेश एसटी हसन का छलका दर्द, कहा- आजम खान की वजह से कटा टिकट, रुचि वीरा के लिए प्रचार नहीं करुंगा'

एसटी हसन का छलका दर्द, कहा- आजम खान की वजह से कटा टिकट, रुचि वीरा के लिए प्रचार नहीं करुंगा'

मुरादाबाद के सांसद एसटी हसन सपा उम्मीदवार रुचि वीरा के लिए चुनाव प्रचार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर वो ऐसा करते हैं तो उनके समर्थकों को दुख पहुंचेगा।

सांसद एसटी हसन- India TV Hindi Image Source : ANI सांसद एसटी हसन

मुरादाबादः लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों के चयन को लेकर समाजवादी पार्टी को कुछ जगहों पर पार्टी नेताओं की तरफ से बगावत का सामना करना पड़ रहा है। मुरादाबाद से नामांकन दाखिल करने से नाराज सांसद एसटी हसन ने कहा है कि वह पार्टी प्रत्याशी रुचि वीरा के लिए प्रचार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जब पार्टी ने दूसरा उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है और पार्टी अध्यक्ष ने मुझे पत्र भी भेजा है तो यह स्पष्ट था कि मुझे सिंबल नहीं मिलेगा। मैं पार्टी के उम्मीदवार के लिए मुरादाबाद में प्रचार नहीं करूंगा।

प्रचार नहीं करने की बताई वजह

एसटी हसन ने कहा कि वह पार्टी के अनुशासित सिपाही हैं। अखिलेश यादव के कहने पर वो अपना नामांकन वापस लेंगे। लेकिन पार्टी उम्मीदवार के लिए प्रचार नहीं करेंगे। अगर पार्टी मुरादाबाद के अलावा कहीं से प्रचार करने को कहेगी तो वहां जरुर जाउंगा लेकिन रुचि वीरा के लिए प्रचार नहीं करुंगा। उन्होंने कहा कि यह उन लोगों के लिए बहुत निराशाजनक होगा जिन्होंने मेरा समर्थन किया और मेरे लिए प्रार्थना की। 

 

आजम खान की वजह से टिकट कटा- हसन

एसटी हसन ने कहा कि आजम खान की वजह से उनका टिकट कटा। रामपुर से आजम खान की बात नहीं मानी गई। आजम को मनाने के लिए मुरादाबाद से रुचि वीरा को उतारा गया। साल 2019 में उनकी वजह से ही टिकट मिला था जिसका मैं शुक्रगुजार हूं। लेकिन मैं अपने लोगों का दिल नहीं तोड़ूंगा। पार्टी जहां चाहे मुझे भेजे, पार्टी के आदेश का पालन करुंगा। 

आजम खान की करीबी को मिला है टिकट

बता दें कि मुरादाबाद से मौजूदा सांसद एसटी हसन का टिकट काटकर सपा ने रुचि वीरा को अपना उम्मीदवार बनाया है।  मुरादाबाद लोकसभा सीट से पूर्व विधायक रुचि वीरा ने बुधवार को नामांकन दाखिल किया। संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें टिकट दिया है लिहाजा वह नामांकन करने के लिए आई हैं। रुचि वीरा सपा के वरिष्ठ नेता आज़म खान की करीबी मानी जाती हैं।