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Hindi News उत्तर प्रदेश Lok Sabha Election 2024: 'शिवचर्चा' के साथ चुनावी मैदान में उतरीं अफजाल अंसारी की बेटी नुसरत, दाखिल कर सकती हैं नामांकन

Lok Sabha Election 2024: 'शिवचर्चा' के साथ चुनावी मैदान में उतरीं अफजाल अंसारी की बेटी नुसरत, दाखिल कर सकती हैं नामांकन

Lok Sabha Election 2024: गाजीपुर में लोकसभा चुनाव से पहले सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी की बेटी नुसरत भी प्रचार अभियान में उतर गई हैं। नुसरत का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह चुनाव प्रचार करती दिख रही हैं। इसके साथ ही वह शिवचर्चा में भी शामिल हुईं।

चुनावी मैदान में उतरीं अफजाल अंसारी की बेटी नुसरत।- India TV Hindi Image Source : INDIA TV चुनावी मैदान में उतरीं अफजाल अंसारी की बेटी नुसरत।

गाजीपुर: पूर्वांचल की गाजीपुर लोकसभा सीट पर इस समय पूरे देश की नजर है, जिसकी वजह सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी हैं। अफजाल, मुख्तार अंसारी के बड़े भाई हैं और पिछली बार सपा-बसपा गठबंधन से उन्होंने मनोज सिन्हा को हराकर जीत दर्ज की थी। वहीं इस बार फिर से वह सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इन सब के बीच अफजाल अंसारी की बेटी नुसरत का भी एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह लोगों के बीच जाकर चुनाव प्रचार करती और शिवचर्चा करती दिखीं। वहीं अब अफजाल अंसारी की बेटी के चुनाव प्रचार में उतरने के बाद इन अटकलों को और हवा मिल गयी है कि अफजाल अपनी विरासत अपनी बेटी को सौंप सकते हैं।

चुनाव प्रचार में उतरीं नुसरत

सामने आए वीडियो और तस्वीरों में नुसरत सपा कार्यालय में अफजाल अंसारी और सदर विधायक जैकिशन साहू के साथ मंत्रणा करती दिख रही हैं। इसके अलावा वह डोर-टू-डोर जाकर चुनाव प्रचार भी करती दिख रही हैं। वहीं नुसरत चुनाव प्रचार के साथ-साथ शिव मंदिर में पूजा करती भी दिख रही हैं। एक वीडियो में नुसरत बाकायदा शिवचर्चा में शामिल हुईं और भक्ति गीतों पर झूमती नजर आईं।

कोर्ट में अटका अफजाल का मामला

बता दें कि अफजाल अंसारी को 29 अप्रैल 2023 को गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट से गैंगस्टर मामले में 4 साल की सजा हुई थी। इसके बाद उनकी संसद सदस्यता रद्द हो गयी थी। सजा के खिलाफ अफजाल अंसारी ने इलाहाबाद हाइकोर्ट में अपील की, जहां से उनको जमानत तो मिली पर सजा से राहत नहीं मिली। इसके बाद अफजाल अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और सुप्रीम कोर्ट ने उनकी संसद सदस्यता बहाल कर दी और उनको चुनाव लड़ने के योग्य करार दिया। साथ ही इलाहाबाद हाइकोर्ट को 30 जून 2024 तक मामले का निस्तारण का आदेश दिया। 

7 मई से शुरू होगा नामांकन

अब इस मामले को लेकर हाइकोर्ट में 2 मई को सुनवाई होनी है। वहीं गाजीपुर में 7 मई से नामांकन शुरू होना है। इस बीच यदि अफजाल अंसारी की सजा हाइकोर्ट से बहाल हो जाती है तो अफजाल चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। वहीं अगर सुनवाई टलती है और अफजाल चुनाव लड़ते हैं तब भी उनके ऊपर सजा की तलवार लटकती रहेगी। यही वजह है कि कयास लगाए जा रहे हैं कि अफजाल इस बार के चुनाव में अपनी बेटी को भी मैदान में उतार सकते हैं। फिलहाल उनकी बेटी का सपा कार्यालय पर आना और चुनाव प्रचार में शामिल होना इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।  हालांकि अफजाल अंसारी इस मामले पर कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। (इनपुट- शशि कान्त तिवारी)

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