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Hindi News विदेश यूरोप Earthquake: शनिवार देर रात भूकंप से कांप गया यूनान, रिक्टर स्केल पर आंकी गई इतनी तीव्रता

Earthquake: शनिवार देर रात भूकंप से कांप गया यूनान, रिक्टर स्केल पर आंकी गई इतनी तीव्रता

Earthquake: शनिवार देर रात जब भूकंप के झटके महसूस किये गए तब लोगों में दहशत फैल गई। क्योंकि भूकंप के लिहाज से मध्य यूनान काफी संवेदनशील माना जाता है। ख़बरों के अनुसार, भूकंप के झटके करीब 15 सेकेंड तक महसूस किए गए। हालांकि भूकंप की वजह से किसी भी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है।

Earthquake- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Earthquake

Highlights

  • भूकंप के झटके करीब 15 सेकेंड तक महसूस किए गए
  • भूकंप के लिहाज से मध्य यूनान काफी संवेदनशील माना जाता है
  • कम आबादी वाले क्षेत्रों में रह रहे लोगों में दहशत फैल गई

Earthquake: मध्य यूनान में शनिवार देर रात 5.0 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि, इससे फिलहाल जान-माल का नुकसान होने की कोई खबर नहीं है। एथेंस जियोडायनैमिक्स इंस्टीट्यूट ने बताया कि भूकंप रात को एक बजकर दो मिनट पर आया और इसका केंद्र राजधानी से लगभग 100 किलोमीटर पश्चिम-उत्तर पश्चिम में कुरिंथ की खाड़ी में समुद्र तल से 12.7 किलोमीटर की गहरायी में था। 

स्थानीय मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, भूकंप के झटके करीब 15 सेकेंड तक महसूस किए गए, जिससे कम आबादी वाले क्षेत्रों में रह रहे लोगों में दहशत फैल गई। यूनान भूकंप के लिहाज से अत्यधिक संवेदनशील देश है। वहां 5.0 तीव्रता तक भूकंप काफी आम हैं। 

रिक्टर स्केल और भूकंप की तीव्रता का संबंध? 

  • 0 से 1.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है।
  • 2 से 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है।
  • 3 से 3.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर होता है।
  • 4 से 4.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं।
  • 5 से 5.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर फर्नीचर हिल सकता है।
  • 6 से 6.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है। ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है।
  • 7 से 7.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतें गिर जाती हैं। जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं।
  • 8 से 8.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं।
  • 9 और उससे ज्यादा रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर पूरी तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी। समंदर नजदीक हो तो सुनामी। भूकंप में रिक्टर पैमाने का हर स्केल पिछले स्केल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा ताकतवर होता है।

भूकंप आने पर क्‍या करें, क्या न करें

  • भूकंप आने पर फौरन घर, स्कूल या दफ़्तर से निकलकर खुले मैदान में जाएं। बड़ी बिल्डिंग्स, पेड़ों, बिजली के खंबों आदि से दूर रहें।
  • बाहर जाने के लिए लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।
  • कहीं फंस गए हों तो दौड़ें नहीं। इससे भूकंप का ज्यादा असर होगा।
  • भूकंप आने पर खिड़की, अलमारी, पंखे, ऊपर रखे भारी सामान से दूर हट जाएं ताकि इनके गिरने और शीशे टूटने से चोट न लगे।
  • अगर आप बाहर नहीं निकल पाते तो टेबल, बेड, डेस्क जैसे मजबूत फर्नीचर के नीचे घुस जाएं और उसके लेग्स कसकर पकड़ लें ताकि झटकों से वह खिसके नहीं।
  • कोई मजबूत चीज न हो, तो किसी मजबूत दीवार से सटकर शरीर के नाजुक हिस्से जैसे सिर, हाथ आदि को मोटी किताब या किसी मजबूत चीज़ से ढककर घुटने के बल टेक लगाकर बैठ जाएं।
  • खुलते-बंद होते दरवाजे के पास खड़े न हों, वरना चेाट लग सकती है।
  • गाड़ी में हैं तो बिल्डिंग, होर्डिंग्स, खंबों, फ्लाईओवर, पुल आदि से दूर सड़क के किनारे या खुले में गाड़ी रोक लें और भूकंप रुकने तक इंतजार करें।

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