A
Hindi News विदेश यूरोप यूक्रेन के खेरसॉन में रूस ने की भीषण गोलाबारी, 18 वीं सदी का ऐतिहासिक चर्च भी ध्वस्त

यूक्रेन के खेरसॉन में रूस ने की भीषण गोलाबारी, 18 वीं सदी का ऐतिहासिक चर्च भी ध्वस्त

रूस-यूक्रेन के बीच जंग और भी तेज हो गई है। यूक्रेन के ओडिसा पोर्ट को तबाह करने के बाद रूस ने यूक्रेन के खेरसॉन क्षेत्र में बड़ा हमला किया है। इस हमले में यूक्रेन का चर्च भी क्षतिग्रस्त हो गया है। यह यूक्रेन का सबसे ऐतिहासिक चर्च था। यूक्रेन की राजधानी कीव पर भी रूस ने कई ड्रोन हमले किए हैं।

रूस हमले से नष्ट खेरसॉन का चर्च।- India TV Hindi Image Source : AP रूस हमले से नष्ट खेरसॉन का चर्च।

रूस-यूक्रेन युद्ध विभीषिका के भीषणतम दौर में है। इस बीच रूस ने यूक्रेन के खेरसॉन शहर को गोलाबारी में तबाह कर दिया है। रूसी गोलाबारी में बृहस्पतिवार को यूक्रेन के खेरसॉन शहर स्थित एक ऐतिहासिक चर्च भी क्षतिग्रस्त हो गया, जिसमें कभी 18वीं शताब्दी के उस मशहूर कमांडर के अंतिम अवशेष दफनाए गए थे जिसने आधुनिक यूक्रेन के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों पर रूसी नियंत्रण स्थापित किया और क्रीमिया प्रायद्वीप पर कब्जा कर लिया। यूक्रेन की आपात सेवा की ओर से कहा गया कि दूसरे दौर की गोलाबारी के दौरान उसके 4 कर्मचारी घायल हो गये जो ‘सेंट कैथरीन्स कैथेड्रल’ में लगी आग को बुझाने में शामिल थे।

सामान्य अभियोजक (जनरल प्रोसेक्यूटर) कार्यालय ने कहा कि पहले दौर की गोलाबारी के दौरान चार अन्य लोग घायल हुए थे जिसने एक ट्रॉलीबस को भी निशाना बनाया। ओडेसा में पिछले सप्ताह एक मिसाइल हमले में एक लोकप्रिय ऑर्थोडॉक्स कैथेड्रल को हुई गंभीर क्षति के बाद यह गोलाबारी की गई। इस गोलाबारी ने देश के सांस्कृतिक स्मारकों पर युद्ध के खतरे को रेखांकित किया है। वर्ष 1781 में निर्मित खेरसॉन चर्च शहर की सबसे उल्लेखनीय इमारतों में से एक है। यह कभी रूसी महारानी ‘कैथरीन द ग्रेट’ के पसंदीदा प्रिंस ग्रिगोरी पोटेमकिन की कब्रगाह थी।

कीव क्षेत्र में ड्रोन हमलों की बरसात

एक अन्य घटनाक्रम के तहत कीव क्षेत्र के गवर्नर रुसलन क्रावचेंको ने कहा कि रूस ने राजधानी क्षेत्र पर ड्रोन से कई हमले किये हैं, लेकिन सभी को मार गिराया गया तथा किसी तरह का जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि छह यूक्रेनी ड्रोन को कालुगा क्षेत्र में मार गिराया गया, जो मॉस्को से 150 किलोमीटर दक्षिण में है। करीब नौ महीने तक रूसी कब्जे में रहे खेरसॉन पर यूक्रेनी सेना ने पिछले साल नवंबर में दोबारा अपना कब्जा जमा लिया था और यह क्रेमलिन के लिए एक शर्मनाक पराजय थी। यूक्रेन के कब्जे के साथ खेरसॉन तुरंत दक्षिण में युद्ध का अग्रिम मोर्चा बन गया और इसे रूस की ओर तोप और ड्रोन के जरिये किये जा रहे घातक हमले का सामना करना पड़ रहा है। (एपी)

यह भी पढ़ें

नई मुश्किल में फंसे एलन मस्क, ट्विटर का नाम "X" करने पर फ्रांस ने किया कॉपीराइट का मुकदमा

पाकिस्तान के साथ अब गुटर गूं करने से कतरा रहा अमेरिका, सुरक्षा समझौते को लेकर सता रहा भारत का डर!

Latest World News