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King Charles III: ब्रिटेन के महाराज घोषित किए गए किंग चार्ल्स III, ऐतिहासिक समारोह में हुआ ऐलान

King Charles III: किंग चार्ल्स तृतीय अपनी पत्नी, क्वीन कॉन्सर्ट कैमिला और अपने बेटे एवं उत्तराधिकारी प्रिंस विलियम के साथ समारोह में शरीक हुए। प्रिंस विलियम नए प्रिंस ऑफ वेल्स हैं।

King Charles III- India TV Hindi Image Source : INDIA TV GFX King Charles III

Highlights

  • ब्रिटेन के महाराज घोषित किए गए किंग चार्ल्स III
  • 73 साल के पूर्व प्रिंस ऑफ वेल्स की ताजपोशी की गई
  • महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को हुआ था निधन

King Charles III: किंग चार्ल्स तृतीय को शनिवार को ‘एक्सेशन काउंसिल’ के एक ऐतिहासिक समारोह में ब्रिटेन का नया महाराज घोषित किया गया है। समारोह का पहली बार टेलीविजन पर प्रसारण भी हुआ है। उनकी मां एवं महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को निधन हो जाने के बाद 73 साल के पूर्व प्रिंस ऑफ वेल्स की ताजपोशी की गई है। 

शनिवार का समारोह लंदन के सेंट जेम्स पैलेस में हुआ। यहां ताजपोशी की औपचारिक घोषणा हुई और उनके शपथ ग्रहण का आयोजन हुआ। किंग चार्ल्स तृतीय अपनी पत्नी, क्वीन कॉन्सर्ट कैमिला और अपने बेटे एवं उत्तराधिकारी प्रिंस विलियम के साथ समारोह में शरीक हुए। प्रिंस विलियम नए प्रिंस ऑफ वेल्स हैं।

96 साल की उम्र में एलिजाबेथ ने ली अंतिम सांस

ब्रिटेन की सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को 96 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने सर्वाधिक 70 साल तक ब्रिटेन में शासन किया। वह ब्रिटेन में बेहद लोकप्रिय भी रहीं। भारत से एलिजाबेथ का विशेष लगाव रहा। उन्होंने कई बार भारत की यात्रा की। उन्हें यहां घूमना और भारत के राज्यों में प्रमुख स्थानों को जाकर देखना बेहद पसंद था। वह खान-पान की बेहद शौकीन थीं और अपनी सेहत को लेकर काफी फिक्रमंद रहती थीं। उन्होंने 96 वर्ष तक की लंबी उम्र होने के बाद भी अपने सेहत का काफी ख्याल रखा। महारानी के निधन से पूरे ब्रिटेन में शोक व्याप्त हो गया है। 

होंगे कई बदलाव

महारानी एलिजाबेथ II बाल्मोरल में समर की छुट्टियां बिताने के लिए आई थीं, इसी जगह पर उनका निधन हुआ। महारानी के निधन के बाद से ब्रिटेन में बड़े बदलाव होने वाले हैं। ब्रिटेन के बैंक नोट और सिक्कों पर दशकों से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की तस्वीर लगी है। उनका चित्र दुनियाभर में दर्जनों अन्य देशों की मुद्राओं पर भी है जो कि ब्रिटिश साम्राज्य के औपनिवेशिक प्रभाव का द्योतक है।

महारानी के निधन के बाद ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और अन्य देशों को अपनी मुद्रा में परिवर्तन करने में समय लगेगा लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि एलिजाबेथ के चित्र वाले नोट और सिक्के नहीं चलेंगे। मुद्रा पर अब महारानी की जगह राजा चार्ल्स तृतीय की तस्वीर होगी मगर यह तत्काल संभव नहीं। 

बैंक ऑफ इंग्लैंड ने कहा कि "वर्तमान में महारानी के चित्र वाली मुद्रा कानूनी तौर पर मान्य रहेगी। आधिकारिक तौर पर दस दिवसीय राष्ट्रीय शोक के बाद ब्रिटेन के केंद्रीय बैंक द्वारा मुद्रा के संबंध में घोषणा की जाएगी। ब्रिटेन में आधिकारिक तौर पर सिक्कों का निर्माण करने वाले रॉयल मिंट ने कहा कि महारानी के चित्र वाले सभी सिक्के कानूनी तौर पर चलन के लिए मान्य रहेंगे। रॉयल मिंट की वेबसाइट पर बताया गया कि हम शोक के इस काल में पहले की तरह ही सिक्के बनाते रहेंगे।

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