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फेयरनेस क्रीम का प्रचार करने वाले सेलिब्रिटीज पर अभय देओल का निशाना

बॉलीवुड अभिनेता अभय देओल ने फिल्म इंड्रस्ट्री के बड़े सितारों पर तीखा हमला किया है। अभय ने गोरे होने का दावा करने वाली क्रीम का प्रचार करने वाले सभी एक्टर और एक्ट्रेसेस को निशाने पर लिया है।

अभय- India TV Hindi Image Source : PTI अभय

मुंबई: बॉलीवुड अभिनेता अभय देओल ने फिल्म इंड्रस्ट्री के बड़े सितारों पर तीखा हमला किया है। अभय ने गोरे होने का दावा करने वाली क्रीम का प्रचार करने वाले सभी एक्टर और एक्ट्रेसेस को निशाने पर लिया है। 

कल फेसबुक पर अभय ने एक के बाद एक कई पोस्ट किए, जिसमें अभय ने शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण, जॉन अब्राहम, सोनम कपूर और शाहिद कपूर की जमकर आलोचना की है। अभय का कहना है इन सेलिब्रिटीज को ऐसे विज्ञापन करते हुए शर्म आनी चाहिए। इन सबके के बीच अभय देओल ने अभिनेत्री नंदिता दास की तारीफ़ की है।

अभय देओल ने इन सभी विज्ञापनों को नस्लभेदी बताया है और इनका प्रचार करने वाले अभिनेताओं को खूब खरी खोटी सुनाई है।

अभय ने अपनी फ़ेसबुक पोस्ट में लिखा है, ''देश में कुछ कंपनियां खुलेआम और चालाकी से इस आइडिया को बेच रही हैं कि गोरे लोग, काले लोगों के मुकाबले ज्यादा अच्छे होते हैं। इस खेल में कोई भी यह नहीं बतायेगा कि ये विज्ञापन अपमानजनक, फर्जी और नस्ली हैं। इसे आपको खुद समझना होगा। आप सबको यह आइडिया खरीदना बंद करना होगा, जिसमें आपको यह बताया जाए कि कोई खास रंग दूसरे रंगों के मुकाबले ज्यादा अच्छा है। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है, दुर्भाग्य से जब आप मैट्रमोनियल के विज्ञापनों को भी देखेंगे तो वहां भी यह प्रवृत्ति नजर आती है। यहां तक की हम किसी के रंग को बताने के लिए डस्क शब्द का इस्तेमान करते हैं। एक व्यक्ति पूरे समुदाय को नहीं बदल सकता लेकिन कम से कम परिवार में आप इस सोच को बदलने की कोशिश करें।‘’

अभय ने शाहरुख़ ख़ान पर टिप्पणी करते हुए लिखा है, ''और किंग ख़ान ख़ुद आपसे पूछ रहे हैं- मर्द हो कर लड़कियों वाली फेयरनेस क्रीम का इस्तेमाल क्यों? इसमें वो साफ-साफ आपको एक मर्द बनाने की कोशिश कर रहे हैं। गोरा बनना तो साइड इफ़ेक्ट है।"

अभय ने दीपिका पादुकोण पर निशाना साधते हुए पोस्ट लिखा है, ''टू इन वन फेयरनेस क्रीम। अगर आप दीपिका पादुकोण को ध्यान देखेंगे तो उनकी आंखें, वास्तविक आंखों से ज़्यादा चमकीली दिख रही हैं। इसका मतलब इस टू इन वन क्रीम को आंखों में लगाकर आंखों का रंग भी बदला जा सकता है। यह फेयरनेस क्रीम नहीं है, यह आंखों के लिए रंगीन लेंस है, और कौन अपनी आंखे भूरी नहीं चाहेगा? क्या दिल्ली में जाड़ों का रंग ऐसा ही होता है? कितनी देशभक्त क्रीम है।''

इसके अलावा अभय ने सोनम कपूर, सिद्धार्थ मल्होत्रा, इलियाना डिक्रूज, विद्या बालन और शाहिद कपूर की भी आलोचना की है।

इन सबके बीच अभय ने अभिनेत्री नंदिता दास की तारीफ़ की है। अभय ने नंदिता की तारीफ़ करते हुए लिखा है, ''एक नादान नंदिता दास हैं जो लोगों को सिखा रही हैं कि काला होना भी ख़ूबसूरत होना होता है। क्या वह नहीं जानती हैं कि हम लोग इस बात को पहले से ही जानते हैं? क्या हमने दक्षिण भारत के लोगों को स्वीकार नहीं किया है? यह क्या है? वह ओडिशा से हैं? क्या हम इसे दक्षिण राज्यों में शामिल कर सकते हैं?''

आपको बता दें, कंगना रनौत, रणबीर कपूर और रणदीप हुड्डा जैसे कुछ सितारे ऐसे भी हैं जिन्होंने गोरे होने का दावा करने वाली क्रीम का विज्ञापन करने से मना कर चुके हैं। 

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