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Hindi News गुजरात सिर्फ संयोग नहीं है रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा और अमृतकाल की शुरुआत: अमित शाह

सिर्फ संयोग नहीं है रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा और अमृतकाल की शुरुआत: अमित शाह

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रभु श्री राम के मंदिर की पुनर्स्थापना और भारत के अमृतकाल की शुरुआत, यह इशारा है कि यह भारत का स्वर्णिम समय है।

SGVP की ओर से आयोजित...- India TV Hindi Image Source : PTI SGVP की ओर से आयोजित पूज्य पुराणी स्वामी स्मृति महोत्सव में लोगों को संबोधित करते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह।

अहमदाबाद: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा एवं देश के ‘अमृतकाल’ की शुरुआत महज एक संयोग नहीं है। उन्होंने कहा कि यह इस बात का संकेत है कि देश अगले 25 साल में वैश्विक मंच पर प्रमुखता से उभरेगा। बता दें कि ‘अमृतकाल’ नाम भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष से 100 वर्ष तक की 25 वर्ष की अवधि को दिया गया है। अयोध्या में अगले महीने होने वाले भव्य समारोह के बारे में शाह ने कहा कि पिछले कई वर्षों से देश उस स्थान पर मंदिर बनाने में असफल रहा, जहां भगवान राम का जन्म हुआ था और जिसे 550 साल पहले ध्वस्त कर दिया गया था।

‘रामलला अपने घर में एक बार फिर से विराजेंगे’

शाह ने कहा कि इस दौरान कई संतों ने विभिन्न तरह की तपस्या की और इस देश को जागृत करने और अपनी ‘वर्षों पुरानी, ​​सनातन संस्कृति’ की ओर लौटने के लिए प्रार्थना की, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा था। स्वामीनारायण गुरुकुल विश्व विद्या प्रतिष्ठानम (SGVP) की ओर से आयोजित पूज्य पुराणी स्वामी स्मृति महोत्सव को संबोधित करते हुये शाह ने कहा, ‘(अदालती) मामलों को जटिल बनाया गया और इसमें देरी की गयी। इसके बाद नरेन्द्रभाई के नेतृत्व में सरकार का गठन हुआ और संतों के आशीर्वाद और प्रेरणा से सभी रास्ते आसान हो गये और 22 जनवरी को रामलला अपने घर में एक बार फिर से विराजेंगे।’

Image Source : PTIपूज्य पुराणी स्वामी स्मृति महोत्सव में यूं हुआ अमित शाह का स्वागत।

‘अगले 25 साल में हम दुनिया में सबसे आगे होंगे’

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा,‘प्रभु श्री राम के मंदिर की पुनर्स्थापना और भारत के अमृतकाल की शुरुआत, यह इशारा है कि यह भारत का स्वर्णिम समय है और अगले 25 साल में हमारा देश विश्व में सर्वप्रथम बनने जा रहा है।’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में 22 जनवरी को एक शुभ मुहूर्त में अयोध्या के मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी। शाह ने कहा,‘आज पूरे विश्व में हमारे योग और आयुर्वेद को स्वीकृति मिल रही है और हमारे वेदों, उपनिषदों और दर्शन के सभी वैज्ञानिक दृष्टिकोणों को समझने के लिए पूरा विश्व लालायित है।’

‘22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे मोदी’

शाह ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी 22 जनवरी को अयोध्या जाएंगे और वहां संतों की उपस्थिति में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे, यह पूरे देश के लिये शुभ संकेत है। सिर्फ अयोध्या ही नहीं, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पुनर्निमित हुआ है, उज्जैन में महाकाल लोक बना है, बद्रीनाथ धाम और केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण हुआ है, सोमनाथ के मंदिर को फिर से एक बार सोने का बनाने की शुरुआत हो चुकी है और गुजरात के पावागढ़ पर सालों बाद फिर से शक्तिपीठ की स्थापना भी होगी, यह शुरुआत एक शुभ संकेत है। मोदी के नेतृत्व ने देश की आत्मा को जगाने का काम किया है।’

‘आज पूरी दुनिया भारत की प्रशंसा कर रही है’

गृह मंत्री ने कहा,‘दुनिया आज भारत की विरासत के बारे में जानने को उत्सुक है। अध्यात्म से लेकर आयुर्वेद तक, सामाजिक विज्ञान से लेकर सौर ऊर्जा तक, गणित से लेकर मेटावर्स तक और शून्य से लेकर अंतरिक्ष तक, सभी क्षेत्रों में पूरे विश्व में भारत का दबदबा है। भारत को आजादी मिलने के बाद, भारत में आस्था रखने वाले लोगों को यह लगने लगा कि देश ‘भारत’ बनने के अपने प्रयासों में दिशा खो चुका है और कहीं और जा रहा है। फिर मोदी प्रधानमंत्री बने और पूरी दुनिया भारत की प्रशंसा कर रही है। यह तनाव हर किसी के मन में सालों से था।’

Image Source : PTIपूज्य पुराणी स्वामी स्मृति महोत्सव में पुस्तक का अवलोकन करते गृह मंत्री अमित शाह।

‘जनता ने विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है’

शाह ने कहा, ‘राजनीति के अंदर इस दिशा को बदलने के लिए बीजेपी के हम सभी कार्यकर्ता 1950 से प्रयासरत रहे हैं। फिर एक दिन ऐसा आया, जब गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री देश के प्रधानमंत्री बन गये। आज पूरी दुनिया भारत की प्रशंसा कर रही है। नरेन्द्र भाई ने कहा है कि भारत की आजादी के 75 वर्ष से लेकर 100 वर्ष तक का काल अमृतकाल होगा। 2047 में जब देश अपनी आजादी की शताब्दी वर्ष मना रहा होगा, तब कोई ऐसा क्षेत्र नहीं होगा, जहां भारत दुनिया में पहले स्थान पर न हो। आज देश की जनता ने ऐसा भारत बनाने का संकल्प लिया है।’ (भाषा)