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Hindi News हेल्थ स्टार हो या आम आदमी, किसी को भी दबोच सकता है डिप्रेशन, जानिए इसके लक्षण और बचाव के तरीके

स्टार हो या आम आदमी, किसी को भी दबोच सकता है डिप्रेशन, जानिए इसके लक्षण और बचाव के तरीके

सामान्यतया डिप्रेशन किशोरावस्था या 30 से 40 साल की उम्र में शुरू होता है लेकिन यह किसी भी उम्र में हो सकता है।

depression learn its symptoms and preventive measures- India TV Hindi Image Source : FREEPIK.COM depression learn its symptoms and preventive measures

दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की आज बर्थ एनिवर्सरी है। मात्र 34 साल की उम्र में सुशांत ने वो सबकुछ हासिल कर लिया था, जिसे पाने की चाहत में ज्यादातर लोगों की पूरी उम्र छोटी पड़ जाती है। 14 जून को उन्होंने अपने मुंबई अपार्टमेंट में आत्महत्या कर ली थी। उस वक्त खबरें आईं कि सुशांत डिप्रेशन के मरीज थे औऱ इस सिलसिले में वो डॉक्टरों के पास भी जाया करते थ। हालांकि पुलिस की थ्योरी में अभी इस बात को साबित नहीं किया जा सका है लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि डिप्रेशन स्टार हो या आम आदमी किसी को भी अपनी गिरफ्त में ले सकता है। 

आमतौर पर हम सभी की जिन्दगी में कई पड़ाव आते हैं। कई बार हम उदास और हताश महसूस करते हैं। असफलता, संघर्ष और किसी अपने से बिछड़ जाने के कारण दुखी हो जाते हैं। ऐसे में ज्यादातर लोगों में एक कॉमन बीमारी के शिकार हो जाते हैं। ये बीमारी है डिप्रेशन यानि अवसाद। अवसाद एक ऐसी सामान्य मानसिक बीमारी  है जिसका सामना अधिकांश लोगों को कभी न कभी करना पड़ता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक दुनिया भर में करीब 5 प्रतिशत वयस्क आबादी किसी न किसी रूप में डिप्रेशन की चपेट में हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 25 प्रतिशत युवा भारतीय इस बीमारी का शिकार हैं।

सामान्यतया डिप्रेशन किशोरावस्था या 30 से 40 साल की उम्र में शुरू होता है लेकिन यह किसी भी उम्र में हो सकता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं के डिप्रेशन की समस्या से ग्रस्त होने की सम्भावना ज़्यादा होती है। मानसिक कारको के अलावा हार्मोन्स का असंतुलित होना, गर्भावस्था और अनुवांशिक विकृतियां भी डिप्रेशन का कारण हो सकती है। ऐसे में चलिए आपको बताते हैं डिप्रेशन क्या है, इसे कैसे पहचान सकते हैं और इसे किस तरह दूर किया जा सकता है।

डिप्रेशन क्या होता है? 
डिप्रेशन या अवसाद एक मानसिक स्थिती होती है जिसमें व्यक्ति लंबे समय तक नाखुश रहता है। उसकी जिंदगी से इच्छाएं खत्म होने लगती हैं। वह हमेशा दुखी सा रहने लगता है। उसका रोजाना के कामकाज में मन नहीं लगता है।डिप्रेशन उस व्यक्ति को होता है जो हमेशा तनाव में रहता है। प्राय: व्यक्ति जिस चीज के प्रति डरता है या जिस स्थिति पर उसका नियंत्रण नहीं रहता वह तनाव महसूस करने लगता है, जिस कारण उसके ऊपर एक दबाव बनने लगता है। अगर व्यक्ति लम्बे समय तक इन परिस्थितियों में रहता है तो धीरे-धीरे वह तनावग्रस्त जीवन जीने की पद्धति का आदी हो जाता हो तब यदि उसे तनावग्रस्त स्थिति न मिले तो वह इस बात से भी तनाव महसूस करने लगता है। यह अवसाद होने की प्रारम्भिक स्थिति होती है।

डिप्रेशन के अलग–अलग लक्षण होते है जैसे–

  • दिन भर और सुबह के समय उदासी।
  • लगभग हर दिन थकावट और कमजोरी महसूस करना।
  • स्वयं को अयोग्य या दोषी मानना।
  • एकाग्र रहने व फैसले लेने में कठिनाई होना।
  • लगभग हर रोज बहुत अधिक या बहुत कम सोना।
  • सारी गतिविधियों में नीरसता आना।
  • बार–बार मृत्यु या आत्महत्या के विचार आना।
  • बैचैनी या आलस्य महसूस होना।
  • अचानक से वजन बढ़ना या कम होना।

 डिप्रेशन को कैसे करें दूर-

  • -इस समस्या अच्छे से समझने की कोशिश करें और इसके लिए अपने चिकित्सक की सलाह लें।
  • -अपने आपको अकेला न रहने दें, दोस्तों के साथ बहार जाएं, लोगों से मिले जुलें।
  • -सुबह शाम टहलनें जाएं।
  • -अपने आप को काम में व्यस्त रखें।
  • -उदासी भरे गानें ना सुनें।
  • -दिल ही दिल में घुटने की बजाये अपनी बाते किसी विश्वासपात्र या मनोचिकित्सक को ज़रूर बताएं।
  • -काम को करने के नए तरीके खोजे और नए–नए रास्तो से गुजरें।
  • -यदि आप दुखी है तो भी ऐसा अभिनय कीजिये जैसे आप वास्तव में खुश हैं। 
  • -सकारात्मक बातें पढ़िए और बोलिए।
  • -आर्ट ऑफ पॉजिटिव लिविंग का फायदा उठाएं।
  • -योग का सहारा लें और अनुलोम विलोम, प्राणायाम, ध्यान को सीखकर जीवन में उतारें।
  • -अगर आपके पास इंटरनेट है तो सकारात्मक कहानियां, विचार और उद्बोधन पढ़ें।
  • -अवसाद के रोगी को भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए तथा ऐसे फलों और सब्जियों का अधिक सेवन करना चाहिए जिनमें पानी की मात्रा अधिक हो।
  • -अवसाद के रोगी को ध्यान या मेडिटेशन करना चाहिए। 

 डिप्रेशन के लिए घरेलू उपाय-

  • -4 से 6 काजू को पीसकर एक कप दूध में मिलाकर पीने से डिप्रेशन का असर कुछ हद तक कम होता है।
  • -एक चम्मच ब्राह्मी और एक चम्मच अश्वगंधा के पाउडर को एक गिलास पानी में मिलाकर रोजाना सेवन करने से डिप्रेशन में राहत मिलती है।
  • - डिप्रेशन से राहत के लिए 4 से 5 बेर के फल लेकर उनमें से बीज निकाल दें और इसको पीस कर इसका रस निकाल लें। अब इस रस में आधा चम्मच जायफल को पीसकर मिला लें और दिन में दो बार इसका सेवन करें।
  • -दो से तीन इलायची को पीसकर एक गिलास पानी में उबालकर पी लें या फिर हर्बल चाय में इलायची डाल कर पिएं।

Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।

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