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Hindi News भारत राष्ट्रीय बैंक से अवैध निकासी के जुर्म में कर्मचारी गिरफ्तार

बैंक से अवैध निकासी के जुर्म में कर्मचारी गिरफ्तार

नकली चैक और फर्ज़ी हस्ताकक्षर द्वारा खाते से पैसे निकाल लिए जाते है। हाल ही में सामने आई घटना बिहार के कोसी क्षेत्र की है जहां इन दिनों साइबर अपराध की घटनाएं बढ़ती नज़र आ रही है

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नई दिल्ली: देश भर में साइबर अपराध की बाढ़ आई हुई है। आए दिन किसी न किसी के खाते से अवैध निकासी की खबर सुनने को मिलती है। नकली चैक और फर्ज़ी हस्ताकक्षर द्वारा खाते से पैसे निकाल लिए जाते है। हाल ही में सामने आई घटना बिहार के कोसी क्षेत्र की है जहां इन दिनों साइबर अपराध की घटनाएं बढ़ती नज़र आ रही है। इन आपराधों को अनजाम देने के पीछे एक गिरोह का हाथ होता है जो कि धोके से लोगो से पिन पूछकर, उनके खाते से पैसे निकाल लिया करतें है। ऐसे गिरोह आज लगभग देश भर में फैले हुए है। ये भी पढ़े: (डीयू की पहली कट ऑफ के लिए छात्रों को करना होगा थोड़ा और इंतज़ार)

कहा जा रहा है कि पिछले दिनों ही कोसी शहर के जयपालपट्टी इलाके में एक बैंक अधिकारी आशीष कुमार के गिरफ्तार होने की खबर सामने आयी है। आशीष की गिरफ्तारी के बाद इस रहस्य से पर्दा उठता नज़र आया। पुलिस ने बताया कि आशीष कई बार अलग-अलग खातों से लगभग डेढ़ करोड़ रूपए की निकासी कर चुका है। आशीष ने बड़े खातेदारों को निशाना बनाते हुए बिहार के गया, मधुबनी, पटना सहित कईं अन्य शहरों के भी केनरा बैंक में यह फर्ज़ी निकासी की है।

दरअसल आशीष खुद तमिलनाडु स्थित एंडिया पल्लम शहर के केनरा बैंक में काम करता था। आशीष बैंक के सहायक शाखा प्रबंधक के पद पर था। उसका मधेपूर के एक गिरोह से संबंध था, जिसके साथ मिल कर वह बैंक खाते हैक करता था। पिछले साल यूको बैंक से हुई लगभग 25 लाख की फर्जी निकासी के केस में भी आशीष का ही नाम सामने आया था। पटना के एस के पूरी थाने में उसके खिलाफ केस भी दर्ज है।

पुलिस ने बताया कि आशीष के साथ काम कर रहे लोगों की पहचान अभी नहीं हो पायी है, लेकिन तालाश जारी है। यह गिरोह बड़े खातेदारों का पता इंटरनेट द्वारा करता है, इसमें बैंक के अधिकारी भी शामिल होते हैं। एटीएम बंद होने का बहाना बना कर  पीन नंबर पूछ कर इंटरनेट द्वारा निकासी करने वाला यह गिरोह अब तक एसी कईं घटनाओं को अंजाम दे चुका है।

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