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Exclusive: गडकरी ने कहा, 19 और जगहों पर आपातकालीन लैंडिंग सुविधा विकसित की जाएगी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सड़क पर किसी महत्वपूर्ण स्ट्रैटेजिक घटना होने पर ही प्लेन की लैंडिंग कराई जाएगी।

Nitin Gadkari, Nitin Gadkari Exclusive, Nitin Gadkari Rajat Sharma, Nitin Gadkari Interview- India TV Hindi Image Source : INDIA TV केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अब हमारे राष्ट्रीय राजमार्ग भी सेना के काम आएंगे।

नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ राजस्थान के राष्ट्रीय राजमार्ग 925ए पर आपातकालीन लैंडिंग सुविधा का उद्घाटन किया। भारतीय वायुसेना के एक हरक्यूलिस सी-130जे विमान ने दोनों मंत्रियों और प्रमुख रक्षा अध्यक्ष बिपिन रावत को लेकर गुरुवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर ‘मॉक इमरजेंसी लैंडिंग’ की। इस खास उपलब्धि के बारे में बताते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर इन चीफ रजत शर्मा को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि इसके साथ ही अब हमारे राष्ट्रीय राजमार्ग भी सेना के काम आएंगे, जो हमारे देश को अधिक सुरक्षित और आपातकालीन स्थितियों के लिए हमेशा तैयार रखेंगे। 

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘यहां पर किसी महत्वपूर्ण स्ट्रैटेजिक घटना होने पर ही प्लेन की लैंडिंग कराई जाएगी। जैसे रेलवे क्रॉसिंग पर होता है कि ट्रेन के आते समय गेट बंद कर दिया जाता है और जब वह चली जाती है तब गेट खोल दिया जाता है, ठीक उसी तरह इसमें भी किया जाएगा। अगर इस हाईवे के बगल में एयरपोर्ट अथॉरिटी कोई छोटा हवाई अड्डा बनाती है तो इस क्षेत्र के लोगों के लिए काफी सुविधा हो जाएगी, क्योंकि इस पूरे 350 किलोमीटर के इलाके में कोई एयरपोर्ट नहीं है।' उन्होंने बताया कि देश में 19 और जगहों पर आपातकालीन लैंडिंग सुविधा विकसित की जाएगी जिनमें राजस्थान में फलोदी-जैसलमेर सड़क और बाड़मेर-जैसलमेर सड़क, पश्चिम बंगाल में खड़गपुर-बालासोर सड़क समेत कई सड़कें शामिल हैं।

रजत शर्मा के सवालों के जवाब में गडकरी ने कहा, 'कोविड के समय कहीं लंग्स ट्रांसप्लांट करना पड़ रहा था, हार्ट ट्रांसप्लांट की जरूरत हो रही थी तो बड़े शहरों तक पहुंचने में दिक्कत हो रही थी। ऐसे में इन सड़कों का इस्तेमाल एयर एंबुलेंस की लैंडिंग के लिए भी कर सकते हैं। इस तरह देखा जाए तो इसका इस्तेमाल मल्टिपर्पज है।' उन्होंने एयर स्ट्रिप्स के होते हुए सड़क पर प्लेन उतारे जाने की जरूरत के बारे में पूछने पर कहा कि इस इलाके से पाकिस्तान का बॉर्डर 40 किलोमीटर है, और यदि एयरपोर्ट जाएंगे तो उसकी दूरी कम से कम 300 किलोमीटर है, ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से यह काफी महत्वपूर्ण साबित होगा।'

देखें: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का Exclusive इंटरव्यू

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