केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नामांकन के दौरान उनके परिजनों ने कहा कि पिछले 10 सालों में जितना काम हुआ है उससे लग रहा है कि नागपुर की जनता पूरी तरीके से नितिन गडकरी के साथ है।
इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बिना धन के राजनीति दल को चलाना संभव नहीं है। चुनावी बॉन्ड को केंद्र सरकार अच्छे इरादे से लेकर आई थी। साल 2017 में केंद्र सरकार द्वारा लायी इस योजना को उच्चतम न्यायालय ने असंवैधानिक बताते हुए रद्द कर दिया है।
वेंकटेश्वर महास्वामी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के समर्थक और प्रशंसक हैं। वह कभी नितिन गडकरी से मिले नहीं है, ना ही भाजपा के किसी नेता से मिले हैं। इन्होंने भाजपा से किसी भी तरह के संबंध से इनकार भी किया है।
ईवी के लिए विनिर्माण सुविधाएं स्थापित करने वाली कंपनियों को प्रोत्साहन के रूप में कम कस्टम ड्यूटी पर कारों के सीमित आयात की अनुमति दी जाएगी।
लोकसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी तैयार हो चुकी है। पार्टी ने इस बार अपने कई वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतारा है। इस लिस्ट में राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी जैसे कई बड़े नेता शामिल हैं।
मंगलवार को उद्धव ठाकरे ने गडकरी को MVA के साथ आने का ऑफर दिआ था। उन्होंने कहा था कि अगर गडकरी का अपमान हो रहा है तो वे भाजपा छोड़ दें और महा विकास आघाडी में शामिल हो जाए।
उद्धव ठाकरे ने बीजेपी की पहली सूची में नितिन गडकरी का नाम ना होने पर हमला बोला है। उन्होंने इसे मराठी अस्मिता से जोड़कर बीजेपी पर अटैक किया है। वहीं बीजेपी ने भी उनके इस बयान पर पलटवार किया है।
बावनकुले ने कहा कि कांग्रेस की कोशिश हमेशा नागरिकों और मुसलमानों को भ्रमित करने की रही है। कांग्रेस, बीजेपी और उसके नेताओं के खिलाफ गलत बातें ही फैलाएगी।
नितिन गडकरी की तरफ से भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि आपकी पार्टी के एक्स हैंडल से एक वीडियो को काटछांट कर साझा किया गया। यह वीडियो असत्य और भ्रामक है।
आरएसएस का मुख्यालय नागपुर में है और यह लोकसभा सीट कभी कांग्रेस का गढ़ मानी जाती थी। लेकिन 2014 के चुनावों में नितिन गडकरी ने यहां का रुख पूरी तरह से बदल दिया और अब यह सीट बीजेपी की सबसे मजबूत पकड वाली सीटों में से एक है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपने खास बयान के लिए जाने जाते हैं। इस बार उन्होंने कुछ ऐसा कहा है कि जिसे सुनकर आप सोच में पड़ जाएंगे। उन्होंने लालू की तारीफ भी की है। जानिए गडकरी ने क्या कहा है-
बता दें कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इससे पहले कहा था कि सरकार देश में टोल प्लाजा व्यवस्था को बदलने के लिए GPS-बेस्ड टोल सिस्टम सहित नई प्रौद्योगिकियां लाने पर विचार कर रही है।
महत्वपूर्ण आर्थिक, पर्यटक और धार्मिक स्थलों के लिए कनेक्टिविटी में सुधार के लिए सड़क किनारे सुविधा (डब्ल्यूएसए), पर्याप्त साइनेज, सौंदर्यीकरण पर खर्च शामिल है।
राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि अगले साल मार्च तक GPS-आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम शुरू हो जाएगा। इसका फायदा ये होगा कि वाहन चालकों को केवल उतने ही किलोमीटर का टोल देना होगा, जितनी दूरी उन्होंने तय की है और साथ ही टोल पर बिना रुके ही निकल सकेंगे।
डिजीईएलवी गाड़ियों की लाइफ अवधि खत्म होने वाला सर्टिफिकेट जमा करने का एक मंच है। पुरानी गाड़ी जमा करने का सर्टिफिकेट रखने वाला कोई भी व्यक्ति इस प्लेटफ़ॉर्म के जरिये अपने सर्टिफिकेट बेच सकता है।
नागपुर के संसद सांस्कृतिक महोत्सव में 7800 किलो की खिचड़ी बनाई गई है। इस खिचड़ी को देखने खुद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी पहुंचे और उन्होंने खिचड़ी में मसाले और धनिया पत्ता डाले।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जल्द ही किसानों के बेटे पेट्रोल पर नहीं बल्कि एथेनॉल पर चलने वाली मोटरसाइकिल, ऑटो रिक्शा और कार चलाएंगे।
उत्तराखंड के टनल दुर्घटना के बाद से ही 41 मजदूर इसमें फंसे हुए हैं। उन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। इस बीच केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी हालात का जायजा लेने के लिए उत्तराखंड पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि अगर ऑगर मशीन ने ठीक तरीके से काम किया तो हम पीड़ितों तक जल्द ही पहुंच बना लेंगे।
उत्तरकाशी के टनल में अब भी 41 मजदूर फंसे हुए हैं। इस बीच हालात का जायजा लेने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पहुंचे हैं। उनके साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी घटनास्थल पर पहुंचे हैं। बता दें कि पिछले 8 दिनों से मजदूर इस टनल में फंसे हुए हैं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नागपुर स्थित कार्यालय में फोन कर जयेश पुजारी ऊर्फ शाकिर ने जनवरी और मार्च में हफ्ता मांगा था। इसी मामले में आरोपी को पुलिस नागपुर ले आई थी। अब आरोपी को वापस बेलगांव जेल भेजा गया है।
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