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Hindi News भारत राष्ट्रीय Mulayam Singh: हरिद्वार में हुआ नेताजी का अस्थि विसर्जन, हर कदम पर साथ रहे शिवपाल-अखिलेश, देखें तस्वीरें

Mulayam Singh: हरिद्वार में हुआ नेताजी का अस्थि विसर्जन, हर कदम पर साथ रहे शिवपाल-अखिलेश, देखें तस्वीरें

Mulayam Singh: एक वीडियो में अखिलेश यादव से शिवपाल सिंह यादव कुछ कहते हुए दिखाई दे रहे हैं और परिवार के सदस्‍य विमान में बैठने से पहले आपस में गुफ्तगू करते देखे गए। दुख के इस मौके पर अलग-अलग राजनीतिक राह पर चलने वाले चाचा-भतीजा (शिवपाल सिंह यादव-अखिलेश यादव) एक दूसरे के साथ खड़े नजर आए।

अखिलेश यादव- India TV Hindi Image Source : TWITTER अखिलेश यादव

Highlights

  • मुलायम सिंह की अस्थियों को हरिद्वार में गंगा नदी में विसर्जित किया गया
  • अखिलेश यादव ने विधि-विधान के साथ किया अस्थि विसर्जन
  • एक-दूसरे के साथ खड़े नजर आए शिवपाल-अखिलेश

Mulayam Singh: समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की अस्थियों को हरिद्वार में गंगा नदी में विसर्जित किया गया। अखिलेश यादव ने हरिद्वार के 'नमामि गंगे घाट' पर नेताजी की अस्थियों का विसर्जन किया। सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और भाई प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्‍यक्ष शिवपाल सिंह यादव समेत परिवार के अन्‍य सदस्‍य सैफई से हरिद्वार पहुंचे थे।

समाजवादी पार्टी ने सोमवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, हरिद्वार के 'नमामि गंगे घाट' पर श्रद्धेय नेताजी का अस्थि विसर्जन संस्कार। इससे पहले ट्वीट किया, ‘‘श्रद्धेय नेताजी की अस्थियां लेकर सैफई से हरिद्वार के लिए परिवार सहित निकले राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अखिलेश यादव जी।’’ इस ट्वीट में एक वीडियो भी साझा किया गया है कि जिसमें अखिलेश यादव अस्थि कलश लेकर कार में बैठते दिखाई दे रहे हैं। तस्वीरें भी शेयर की गई हैं, जिनमें अखिलेश यादव हाथ में अस्थि कलश लिए आगे बढ़ रहे हैं। एक तस्‍वीर में विमान में बैठे अखिलेश यादव, उनकी पत्‍नी डिंपल यादव और शिवपाल सिंह यादव नजर आ रहे हैं।

Image Source : twitterअखिलेश यादव ने विधि-विधान के साथ अस्थि विसर्जन किया

हरिद्वार पहुंचा परिवार के लोगों का काफिला
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि अखिलेश यादव, उनकी पत्‍नी पूर्व सांसद डिंपल यादव, अखिलेश यादव के पुत्र-पुत्री, बीजेपी की नेता अपर्णा यादव (नेताजी की दूसरी पुत्रवधू), नेताजी के भाई अभय राम सिंह, शिवपाल यादव, पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव, पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव, आदित्य यादव समेत परिवार के लोगों का काफिला नेताजी के पैतृक आवास से कुल पुरोहित के साथ प्रातः 10 बजे कार से सैफई हवाई पट्टी के लिए रवाना हुआ। सैफई गांव से अस्थियां लेकर जाते समय वहां उपस्थित लोगों ने ‘अलविदा नेताजी’, ‘नेताजी अमर रहे’, ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, नेताजी का नाम रहेगा’ के नारे लगाए और यादव, उनके परिवार के लोगों को हाथ हिलाकर विदा किया।

Image Source : ptiशिवपाल यादव और अखिलेश यादव

एक-दूसरे के साथ खड़े नजर आए शिवपाल-अखिलेश
यादव के परिवार का विमान सैफई हवाई पट्टी से देहरादून के जौलीग्रांट हवाई अड्डा के लिए रवाना हुआ था। ट्वीट में शेयर किए गए एक वीडियो में अखिलेश यादव से शिवपाल सिंह यादव कुछ कहते हुए दिखाई दे रहे हैं और परिवार के सदस्‍य विमान में बैठने से पहले आपस में गुफ्तगू करते देखे गए। दुख के इस मौके पर अलग-अलग राजनीतिक राह पर चलने वाले चाचा-भतीजा (शिवपाल सिंह यादव-अखिलेश यादव) एक दूसरे के साथ खड़े नजर आए। मुलायम के निधन के बाद अखिलेश यादव को शिवपाल ने संबल दिया।

गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में मुलायम सिंह ने ली थी अंतिम सांस
उल्लेखनीय है कि मुलायम सिंह यादव का 10 अक्टूबर को गुरुग्राम (हरियाणा) के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया था। वह 82 वर्ष के थे। उनकी अंत्येष्टि 11 अक्टूबर को इटावा जिले में स्थित उनके पैतृक गांव सैफई में की गई थी। उनके बेटे सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुखाग्नि दी थी। इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत देश एवं राज्य के कई महत्‍वपूर्ण नेताओं ने सैफई पहुंचकर यादव को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की थी।

नेताजी की अंत्येष्टि के बाद किया जा रहा है गरुड़ कथा का पाठ
यादव की अंत्येष्टि के उपरांत मथुरा-वृंदावन से गरुड़ पाठ करने आए आचार्य राधा मोहन मिश्र ने शनिवार को बताया था कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के परिवारवालों ने तय किया है कि नेताजी का अस्थि कलश लेकर परिवार के लोग हरिद्वार जाएंगे और सोमवार को वैदिक रीति रिवाज के अनुरूप पवित्र गंगा जी में अस्थियों को विसर्जित किया जाएगा। उन्‍होंने कहा था कि नेताजी की अंत्येष्टि के बाद बुधवार से गरुड़ कथा का पाठ किया जा रहा है। गरुड़ कथा में परिवार के सभी सदस्य मौजूद रहते हैं। उन्‍होंने बताया कि गरुड़ पाठ बुधवार से शुक्रवार 21 अक्टूबर तक चलेगा और 21 अक्टूबर को शांति हवन यज्ञ, ब्राह्मण भोजन वैदिक रीति रिवाज के साथ संपन्न किया जाएगा।

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