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Hindi News भारत राष्ट्रीय ओडिशा: क्या स्वास्थ्य मंत्री की हत्या के पीछे कोई बड़ी साजिश है? परिवार को भी शक, विपक्ष ने लगाया ये आरोप

ओडिशा: क्या स्वास्थ्य मंत्री की हत्या के पीछे कोई बड़ी साजिश है? परिवार को भी शक, विपक्ष ने लगाया ये आरोप

भाजपा विधायक जयनारायण मिश्रा ने दावा किया कि मंत्री की मौके पर ही मौत हो गई थी और झारसुगुडा जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत लाया गया घोषित कर दिया था।

ओडिशा के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री नब किशोर दास- India TV Hindi Image Source : फाइल फोटो ओडिशा के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री नब किशोर दास

ओडिशा: 29 जनवरी के दिन ओडिशा से ऐसी खबर सामने आई जिसे सूनकर पूरा देश दंग रह गया। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को गोली मार दी गई थी। ASI गोपाल दास ने गोली मारी थी। आरोपी की पत्नी का कहना था कि गोपाल दास को छुट्टियां नहीं मिल रही थी, इस वजह से वह मानसिक रूप से बीमार था। लेकिन ओडिशा में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास की हत्या के पीछे ‘गहरी साजिश’ है। दोनों पार्टियों ने अलग-अलग संवाददाता सम्मेलन कर हत्या के पीछे की ‘साजिश’ का पता लगाने के लिए निष्पक्ष जांच की जरूरत पर जोर दिया। गौरतलब है कि दास(60) की सहायक पुलिस उपनिरीक्षक गोपाल दास ने रविवार को झारसुगुडा में गोली माकर हत्या कर दी थी। वहीं, सरकार ने झारसुगुडा के पुलिस अधीक्षक और एसडीपीओ का तबादला कर दिया है। भाजपा ने पूरे मामले की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की, जबकि कांग्रेस ने विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित करने की मांग की। 

मंत्री की मौके पर ही मौत हो गई थी: BJP

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक जयनारायण मिश्रा ने दावा किया कि मंत्री की मौके पर ही मौत हो गई थी और झारसुगुडा जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत लाया गया घोषित कर दिया था। भाजपा के ओडिशा प्रदेश अध्यक्ष समीर मोहंती ने पार्टी के राज्य मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मामले की सीबीआई जांच कराने और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बयान देने की मांग की। उन्होंने घटनास्थल का दौरा नहीं करने पर पुलिस महानिदेशक और गृह विभाग के प्रधान सचिव की भी निंदा की। मोहंती ने मुख्यमंत्री से आह्वान किया कि वह सुनिश्चित करें कि ऐसे संवेदनशील मामले में अपराध शाखा की जांच के नाम पर अहम सबूत नष्ट नहीं हो। 

'आरोपी के दिमागी रूप से बीमार का दावा गलत'

उन्होंने कहा कि दिनदहाड़े पुलिसकर्मी द्वारा कैबिनेट मंत्री की हत्या न केवल ओडिशा में बल्कि पूरे देश में दुलर्भ है। वहीं, दूसरी ओर मिश्रा ने अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘मंत्री की हत्या के बाद पूरे दिन नाटक किया गया। यह पूर्व नियोजित हत्या थी और इसके पीछे की गहरी साजिश का खुलासा किए जाने की जरूरत है।’’ हत्या के आरोपी एएसआई के ‘दिमागी रूप से बीमार’ होने के दावे पर मिश्रा ने कहा कि यह ऐसा लगता है कि यह लोगों को गुमराह करने के लिए है। 

रहस्यमयी हत्या की एसआईटी जांच हो: कांग्रेस  

वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता पंचानन कानूनगो ने एक अन्य संवाददाता सम्मेलन में मांग की कि इस घटना के बाद मुख्यमंत्री को गृह विभाग छोड़ देना चाहिए। कानूनगो ने कहा, ‘‘पटनायक को इस रहस्यमयी हत्या की जांच के लिए एसआईटी गठित करनी चाहिए क्योंकि अपराध शाखा की जांच के पारदर्शी और निष्पक्ष होने की संभावना कम है।’’ उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि क्या मंत्री की हत्या करने के लिए किसी और ने पुलिस कर्मी का इस्तेमाल किया। कानूनगो ने कहा, ‘‘यह बहुत ही संवेदनशील मामला है और मुख्यमंत्री या उनकी ओर से किसी और को कांग्रेस के सवालों का जवाब देना चाहिए।’’ बता दें, स्वास्थ्य मंत्री का परिवार भी इस तरह की आशंका जता चुका है।  

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