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Hindi News भारत राष्ट्रीय चेहरा बुरी तरह कुचला, 'ओम' के टैटू से हुई थी पहचान... तुर्किये से उत्तराखंड पहुंचा विजय का शव

चेहरा बुरी तरह कुचला, 'ओम' के टैटू से हुई थी पहचान... तुर्किये से उत्तराखंड पहुंचा विजय का शव

पौड़ी जिले के कोटद्वार के पदमपुर क्षेत्र निवासी विजय कुमार गौड़ बेंगलुरु की एक कंपनी के लिए काम करते थे और एक आधिकारिक काम के सिलसिले में तुर्किये में थे। 6 फरवरी को तुर्किये में आए भीषण भूकंप के बाद से वह लापता थे।

vijay kumar gaud- India TV Hindi Image Source : PTI विजय कुमार गौड़ काम के सिलसिले में तुर्किये गए थे।

कोटद्वार (उत्तराखंड): तुर्किये में पिछले हफ्ते आए विनाशकारी भूकंप में जान गंवाने वाले 36 वर्षीय विजय कुमार गौड़ के शव को सोमवार सुबह दिल्ली लाया गया और कोटद्वार में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस संबंध में एक रिश्तेदार देवेंद्र नवानी ने बताया कि गौड़ के शव को दिल्ली में उनके परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया, जो अंतिम संस्कार के लिए इसे मुक्तिधाम लेकर आए।

काम के सिलसिले में तुर्किये गए थे विजय
पौड़ी जिले के कोटद्वार के पदमपुर क्षेत्र निवासी गौड़ बेंगलुरु की एक कंपनी के लिए काम करते थे और एक आधिकारिक काम के सिलसिले में तुर्किये में थे। 6 फरवरी को तुर्किये में आए भीषण भूकंप के बाद से वह लापता थे। उनका शव शनिवार को तुर्किये के शहर मालात्या के एक होटल के मलबे में मिला था, जहां वह ठहरे हुए थे। भारतीय दूतावास के अधिकारियों का हवाला देते हुए परिवार ने पहले कहा था कि गौड़ की पहचान उनके हाथ पर बने ‘‘ओम’’ के टैटू से हुई। उनका चेहरा बुरी तरह से कुचला हुआ था। गौड़ के परिवार में उनकी पत्नी और 6 साल का बेटा है।

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24 मंजिला होटल के मलबे के नीचे मिली थी बॉडी
विजय के भाई अरुण कुमार गौड़ ने बताया कि आखिरी बार 5 फरवरी को उनसे बात हुई थी। 20 फरवरी को उन्हें भारत लौटना था। भूकंप के बाद हम लगातार उनसे फोन पर संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा था। जिस होटल में गौड़ रह रहे थे वह 6 फरवरी की सुबह ढह गया था। उनकी बॉडी मालत्या शहर में 24 मंजिला होटल के मलबे के नीचे मिली।

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