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FY16 में कपड़ा निर्यात लक्ष्‍य से चूका भारत, प्राथमिकता क्षेत्र में आने के लिए वित्‍त मंत्रालय से किया संपर्क

वित्त वर्ष 2015-16 में कपड़े का निर्यात 40 अरब डॉलर रहा, जो कि 47.5 अरब डॉलर के लक्ष्य से कम है। 2015-16 के दौरान कपड़ा क्षेत्र का निर्यात 40 अरब डॉलर रहा।

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नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2015-16 में कपड़े का निर्यात 40 अरब डॉलर रहा, जो कि 47.5 अरब डॉलर के लक्ष्य से कम है। कपड़ा मंत्रालय में संयुक्त सचिव सुनैना तोमर ने कहा, वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान कपड़ा क्षेत्र का निर्यात 40 अरब डॉलर रहा। कपड़ा मंत्रालय ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए यह लक्ष्य 48.5 अरब डॉलर रखा है।

इसी बीच कपड़ा मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि जल्द ही नई कपड़ा नीति जारी की जाएगी जिसका लक्ष्य 2024-25 तक 300 अरब डॉलर के कपड़ा निर्यात को प्राप्त करना है। नई नीति का लक्ष्य 3.5 करोड़ अतिरिक्त नौकरियां पैदा करना है।

प्राथमिकता क्षेत्र के दर्जे के लिए वित्त मंत्रालय से किया संपर्क

कपड़ा मंत्रालय ने कपड़ा क्षेत्र को प्राथमिकता क्षेत्र का दर्जा दिए जाने को लेकर रिजर्व बैंक तथा वित्त मंत्रालय से संपर्क किया है। यदि इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है तो इससे उद्योग को सात फीसदी या इससे कम ब्याज दर पर ऋण लेने में मदद मिलेगी। इससे क्षेत्र को बड़ी राहत मिलेगी, जो सस्ता कर्ज न मिलने की वजह से संकट में है।

केंद्रीय कपड़ा मंत्री संतोष गंगवार ने भी कहा था कि वह इस मुद्दे पर वित्त मंत्री अरुण जेटली से दो-तीन बार मिल चुके हैं। वित्त मंत्री का रुख काफी सकारात्मक था। कृषि के बाद कपड़ा उद्योग देश का सबसे बड़ा नियोक्ता है। इस क्षेत्र में 4.5 करोड़ लोगों को प्रत्यक्ष और 6 करोड़ लोगों को अप्रत्यक्ष तरीके से रोजगार मिला हुआ है। एक अनुमान के अनुसार कपड़ा क्षेत्र का देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में पांच फीसदी हिस्सा है। कुल औद्योगिक उत्पादन में क्षेत्र का हिस्सा 14 फीसदी है।

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